वाराणसी। कोरोना काल में मरीजों पर एक नई आफत आ गई है। संक्रमित मरीज अब ब्लैक फंगस के शिकार हो रहे हैं। वाराणसी में ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। इसके बाद से हड़कंप है।
अचानक के ब्लैक फंगस मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद जरूरी दवाओं की किल्लत शुरू हो गई है। वाराणसी में ब्लैक फंगस के 20 से ज्यादा मामले अब तक सामने आ चुके हैं। दरअसल, ये वो लोग हैं, जो कोरोना को मात दे चुके हैं और अब फंगस इंफेक्शन के शिकार हो रहे हैं।
ब्लैक फंगस जिन्हें अपनी चपेट में पूरी तरह से ले रहा है, उनके अंगों को जबरदस्त नुकसान हो रहा है। बीएचयू में भर्ती ब्लैक फंगस के महिला मरीज के बाई आंख, दांत और जबड़े का एक हिस्सा निकालना पड़ा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, वाराणसी में चिह्नित हुई म्यूकॉर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) से संक्रमित महिला तनिमा मित्रा की जान बचाने के लिए बुधवार को उसकी बाईं आंख निकालनी पड़ी। संक्रमण के कारण तनिमा का चेहरा काला पड़ गया था।
तनिमा मित्रा का ऑपरेशन करने वाले सर्जन डा.एसके. अग्रवाल ने बताया कि संक्रमण इतना अधिक हो गया था कि उनकी जान बचाने के लिए बाईं आंख के साथ-साथ बाई तरफ का जबड़ा, नाक का बायां हिस्सा और बाएं तरफ के गाल की एक हड्डी भी निकालनी पड़ी। डा. अग्रवाल ने बताया कि गत मंगलवार की शाम तनिमा की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के कारण उनका ऑपरेशन कोरोना ओटी में किया गया।
तनिमा मित्रा के ब्लैक फंगस से संक्रमित होने की आशंका मुढ़ैला स्थित एक निजी अस्पताल में कोविड के उपाचार के दौरान जाहिर की गई थी। उसके बाद उसे बीएचयू के लिए रेफर कर दिया गया था। तत्काल बीएचयू में एडमिट न करा पाने की स्थिति में उसे सुंदरपुर स्थित एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। उस अस्पताल की नेत्र विशेषज्ञ ने ब्लैक फंगस से संक्रमित होने की पुष्टि की थी जहां बीते सोमवार को आंख का ऑपरेशन किया जाना था लेकिन अंतिम क्षणों में अस्पताल के चिकित्सकों ने हाथ खड़े कर दिए गए। आनन-फानन में तनिमा के पति अजय मित्रा ने बीएचयू के ईएनटी विभाग के डाक्टरों से संपर्क करके उसे बीएचयू में भर्ती कराया।
वहां परीक्षण के दौरान डाक्टर ने पाया कि तनिमा की बाईं आंख बुरी तरह संक्रमित हो चुकी है। ऐसे में उसकी जान बचाने के लिए ऑपरेशन करके बाईं आंख निकाल दी गई। उसकी दाईं आंख में भी सूजन है। दाहिनी आंख का विजन भी क्लीयर नहीं है। बीएचयू में फिर से की गई कोविड जांच में तनिमा दोबारा कोविड पॉजिटिव पाई गई जबकि निजी चिकित्सालय में उसकी कोविड जांच निगेटिव बताई गई थी। दोबारा कोविड जांच में पॉजिटिव पाए जाने पर ऑपरेशन के बाद उसे कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।