नगर प्रतिनिधि
कस्टम विभाग ने शहर के बड़े कोयला कारोबारी व निर्यातक के यहां छापेमारी कर करोड़ों की टैक्स चोरी और अनियमितता पकड़ी है। सिगरा निवासी कारोबारी के चंधासी स्थित गोदाम व प्रतिष्ठान समेत चार स्थानों पर देर रात कार्रवाई जारी रही।
लखनऊ व बनारस की टीम छापेमारी की संयुक्त कार्रवाई कर रही है। टीम में 20 अधिकारी शामिल हैं। अभी तक की जांच में सामने आया है कि कारोबारी ने इंडोनेशिया से कोयला मंगाकर नेपाल को निर्यात किया, जो नियम के विरुद्ध है। साथ ही भारत-नेपाल संधि का उल्लंघन भी है। एक अप्रैल 2020 से अब तक कारोबारी ने 53 करोड़ रुपये का कोयला निर्यात किया। इसकी खरीद कीमत 23 करोड़ रुपये थी। कारोबारी ने बोगस निर्यात दिखाकर जीएसटी रिफंड भी लिया है। खरीद और निर्यात के बीच 20 करोड़ रुपये का अंतर मिला है, जबकि कोयले जैसे उत्पाद में इसे वैल्यू एड करके भी नहीं भेजा जा सकता है।
भारत-नेपाल संधि के तहत केवल भारत के कोयले का ही निर्यात किया जा सकता है। लेकिन कोल इंडिया ने कोयला निर्यात पर पाबंदी लगा रखी है। इसके अलावा अन्य कोयले का कारोबार भी बंद होने के कारण नेपाल को निर्यात संभव नहीं है। कारोबारी ने इंडो-आसियान संधि का बेजां लाभ उठाया और बिना कस्टम ड्यूटी मंगाए गए कोयले का नेपाल को निर्यात कर कई गुना लाभ कमाया। कस्टम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कारोबारी ने करीब पांच करोड़ रुपये का जीएसटी रिफंड भी लिया है। जिसे वसूला जाएगा। इसके अलावा करीब दो करोड़ रुपये के निर्यात की योजना थी, जिसे रोक दिया गया है