नई दिल्ली। पाकिस्तान की कुटिलता जारी है। वह एक ओर वैश्विक मंचों पर कश्मीर मुद्दे को लेकर भारत के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहा है। दूसरी ओर अफगान शांति वार्ता में अहम भूमिका निभाने का ढोंग रच रहा पाकिस्तान अफगानी आतंकियों की खेप कश्मीर घाटी में भेजने की साजिश रच रहा है।
भारत ने पाकिस्तान की इस नापाक साजिश की ओर अफगानिस्तान के वार्ताकारों का ध्यान आकर्षित किया है। अमेरिका को भी पाकिस्तान की साजिश के बारे में भनक लग चुकी है। पाकिस्तान से वार्ता में शामिल विभिन्न पक्ष आतंक पर नकेल को लेकर ठोस आश्वासन चाहते हैं।
खुफिया रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि पाकिस्तान सेना और आईएसआई ने जैश और लश्कर के अलावा अफगानी आतंकियों को घाटी भेजने के लिए तैयार किया है। कश्मीर में घुसपैठ कराने के लिए एलओसी पर करीब 250 आतंकवादी पाकिस्तानी सेना ने इकट्ठे किए हैं। पाकिस्तान सेना की बॉर्डर एक्शन टीम-बैट सर्दियों में पहाड़ी दर्रों में बर्फ जमने से पहले इन आतंकवादियों को घाटी में भेजना चाहती है। अक्तूबर शुरू होते ही कश्मीर के ऊंचे पहाड़ों पर बर्फबारी शुरू हो चुकी है। अक्तूबर के आखिर तक बर्फबारी का सिलसिला बढ़ जाएगा। पाकिस्तान की सेना का मंसूबा है कि उससे पहले ही आतंकवादियों को कश्मीर घाटी में पहुंचा दिया जाए।
खुफिया सूत्रों ने कहा कि इन आतंकियों में जैश, लश्कर के साथ अफगानी आतंकी भी शामिल हैं। इन्हें ज्यादा खतरनाक लड़ाका माना जाता है। पाकिस्तान सेना इन्हें इलाके की भौगोलिक स्थिति से अवगत कराने के अलावा उन्हें जरूरी प्रशिक्षण भी दे रही है।
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान ने एलओसी के उस पार नए टेरर कैंप और लॉन्चिंग पैड भी बनाए हैं। सूत्रों ने बताया कि पीओके के मानसेरा सेक्टर और कोटली सेक्टर के कई इलाकों में पाकिस्तान ने नए लॉन्च पैड बनाए हैं। आतंक पर चोट इस साल अब तक करीब 182 आतंकी मारे जा चुके हैं। सुरक्षा बल घुसपैठ रोकने की खास रणनीति पर समन्वय के साथ काम कर रहे हैं।