नई दिल्ली। भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच अगले सप्ताह नई दिल्ली में तीसरी 2+2 मंत्री स्तरीय बैठक होने जा रही है। इसमें शामिल होने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और वहां के रक्षा प्रमुख माइक इस्पर अपने भारतीय समकक्षों एस जयशंकर और राजनाथ सिंह के साथ चर्चा के लिए 27 अक्टूबर को भारत आ रहे हैं।

सचिव इस्पर ने एक थिंक टैंक अटलांटिक काउंसिल में आगामी 2 + 2 के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सचिव पोम्पियो और वह अगले सप्ताह भारत जाएंगे। उन्होंने यह भी पूछा, “यह भारतीयों के साथ हमारी दूसरी 2+2 बैठक है। संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के लिए तीसरी और बहुत महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है।”

उन्होंने कहा, “भारत हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण साझेदार होगा। मुझे लगता है कि इंडो-पैसिफिक में भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। एक बहुत ही सक्षम देश है। यहां बहुत प्रतिभाशाली लोग हैं। हर दिन हिमालय में चीनी आक्रामकता विशेष रूप से वास्तविक नियंत्रण की रेखा के साथ देखने को मिल रही है।”

भारत और अमेरिका के बीच यह तीसरी 2+2 बैठक होगी। भारत दूसरी बार इसकी मेजबानी करने जा रहा है। 2019 में वाशिंगटन डीसी में यह चर्चा हुई थी।

अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक ने मंगलवार को कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध किसी राजनीतिक दल से काफी बड़े हैं तथा दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच संबंधों को यहां दोनों दलों का समर्थन प्राप्त है। 

भारत और बांग्लादेश की हाल में यात्रा करनेवाले अमेरिका के उप विदेश मंत्री स्टीफन ई बीगन ने कहा कि अमेरिका-भारत के संबंधों में महत्वपूर्ण बात यह है कि यहां कोई भी राष्ट्रपति रहा हो, उसने अपने पूर्ववर्ती से विरासत में मिले संबंधों को बेहतर स्थिति में छोड़ा है और यह एक अद्भुत धरोहर है। बीगन अमेरिकी विदेश विभाग के लंदन रीजनल मीडिया हब द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि यह संबंध किसी राजनीतिक दल से काफी बड़ा है। शीर्ष अमेरिकी राजनयिक की इस टिप्पणी का काफी महत्व है क्योंकि यह ऐसे समय आई है जब कुछ दिन बाद तीन नवंबर को अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है।

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