वॉशिंगटन | पाकिस्तान की एक कोर्ट में ईशनिंदा के आरोप में अमेरिकी नागरिक ताहिर नसीम की हत्या पर अमेरिका ने आक्रोश जाहिर किया है। इसके साथ ही अमेरिका ने पाकिस्तान से ईशनिंदा कानून और कोर्ट सिस्टम को तुरंत बदलने को कहा है जिसकी वजह से इस तरह के अपराध होते हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ”पाकिस्तान की अदालत में अमेरिकी नागरिक ताहिर नसीम की हत्या से हम हैरान, दुखी और क्रुद्ध हैं। नसीम को पहले इलिनोइस के उनके घर से फुसलाकर पाकिस्तान ले जाया गया और फिर ईशनिंदा कानून का इस्तेमाल करते हुए हत्या कर दी गई।”
विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी सरकार 2018 में गिरफ्तारी के बाद से ही नसीम और उसके परिवार को काउंसुलर एक्सेस उपलब्ध करा रही थी। पाकिस्तान सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों से इस तरह की शर्मनाक घटना को रोकने को कहा गया था जो अंत में हुआ।
अमेरिका ने पाकिस्तान को विवादित कानून में बदलाव का फरमान देते हुए कहा, ”हम नसीम के परिवार के साथ दुखी हैं। हम पाकिस्तान से अपील करते हैं कि ईशनिंदा कानून और कोर्ट सिस्टम में बदलाव करे, जिसकी वजह से इस तरह की घटनाएं होती हैं।” अल्पसंख्या अहमदिया समुदाय के ताहिर नसीम की बुधवार को पेशावर में कोर्ट के भीतर हत्या कर दी गई थी। हमलावर खालिद खान को गिरफ्तार कर लिया गया था।
नसीम को दो साल पहले ईशिनिंदा कानून का आरोप लगने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। करीब 40 लाख की आबादी वाले अहमदी समुदाय को पाकिस्तान में आए दिन जुल्म का सामना करना पड़ता है। पाकिस्तान में विवादित ईशनिंदा कानून के तहत अल्लाह, इस्लाम या धर्म का अपमान करने वालों को मौत की सजा दी जाती है। अहमदिया, हिंदू, ईसाई और सिखों पर अक्सर ईशनिंदा के आरोप जड़ दिए जाते हैं।