नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को एक बड़ा झटका लगा है और उसे विश्व पटल पर शर्मिंदगी का भी सामना करना पड़ रहा है। दरअसल अमेरिका में पाकिस्तान के नए राजदूत की नियुक्ति को रोक दिया गया है। इसके पीछे का कारण कथित तौर पर पाकिस्तान का आतंकवादियों के साथ संबंध होना बताया जा रहा है। अमेरिकी कांग्रेसमैन सकॉट पैरी ने इस संबंध में राष्ट्रपति जो बाइडन को पत्र भी लिखा था।
सांसद स्कॉट पैरी ने अपने पत्र में राष्ट्रपति से अपील की थी कि वह अमेरिकी राजदूत के तौर पर पाकिस्तान के मसूद खान के नाम की रिक्वेस्ट को रिजेक्ट कर दें। इसके पीछे स्कॉट पैरी ने कारण बताया कि मसूद खान के संभावित तौर पर आतंकियों से संबंध रहे हैं।
स्कॉट पैरी ने पत्र में लिखा कि वह इस बात से काफी उत्साहित हैं कि विदेश विभाग ने पाकिस्तान से अमेरिकी राजदूत के लिए भेजे गए मसूद खान के नाम को मंजूरी देने पर रोक लगा दी है, लेकिन यहां सिर्फ रोक लगाना ही काफी नहीं है। पैरी ने कहा कि मैं आपसे अपील करना चाहूंगा कि आप मसूद खान की तरफ से दिए जाने वाले किसी भी प्रकार के राजनयिक प्रमाण पत्र को स्वीकार न करें।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि इसके साथ ही अगर पाकिस्तान की तरफ से इस व्यक्ति को अमेरिकी राजदूत के तौर पर नियुक्त करने की कोशिश की जाती है तो उसे भी नकारा जाए। कांग्रेस मैन के इस पत्र और अमेरिका की तरफ से राजदूत की नियुक्ति पर रोक से पाकिस्तान को एक बार फिर इंटरनेशनल स्तर पर बेइज्जती का सामना करना पड़ा है।
स्कॉट पैरी ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा कि इमरान खान ने अमेरिकी राजदूत के तौर पर एक ऐसे व्यक्ति के नाम की सिफारिश की है जो हमारे क्षेत्र में के हितों को कमजोर करने वाले आतंकवादियों का हिमायती है। सांसद पैरी ने कहा कि मसूद खान ने हिजबुल मुजाहिदीन समेत दूसरे आतंकवादियों और विदेशी आतंकी संगठनों की कई बार प्रशंसा की है।