कोरोना महामारी के कारण हुए लॉकडाउन की वजह से डीएलडब्ल्यू में भी उत्पादन गतिविधियां लम्बे समय से ठप पड़ी थी। 48 दिनों के लॉकडाउन के बाद पिछले 09 मई को जारी हुए आवश्यक दिशानिर्देशों के अनुसार डीरेका कार्यशाला में केवल परिसर स्थित आवासों में रहने वाले कर्मचारियों के माध्यम से अधिकतम 33% फॉर्मूले के आधार पर सेवा लेकर कार्य आरम्भ हुआ था।
शनिवार को डीजल रेल इंजन कारखाना लोको टेस्ट शॉप में लॉकडाउन के दौरान डीरेका निर्मित वित्तीय वर्ष 2020-21 का प्रथम विद्युत रेल इंजन ‘WAP-7’ रवाना किया गया।
इस अवसर पर मौजूद डीरेका कर्मचारियों एवं अधिकारियों ने तालियां बजाकर इसका स्वागत किया। मात्र एक सप्ताह में लगभग 500 डीरेका कर्मियों के अथक प्रयास से इस विद्युत रेल इंजन का निर्माण वास्तव में डीरेका के लिए ऐतिहासिक है।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी नितिन मेहरोत्रा ने बताया कि उपरोक्त 6000 अश्व शक्ति डब्ल्यूएपी-7 विद्युत रेल इंजन संख्या- 37359 को पूर्व मध्य रेलवे के गोमोह विद्युत शेड को भेजा गया।