सम्पूर्ण विकास ही क्रिकेट का भविष्य संवारेगा
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ का मानना है कि क्रिकेट तभी और आगे जा सकती है जब वह समग्र विकास करे। तीन या चार देशो की रस्साकशी से इसकी बुनियाद कमजोर हो जाएगी।
वर्ल्ड क्रिकेट में इन दिनों तीन देशों (भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड) की तूती बोल रही है। खेल की सेहत के लिए ये अच्छा संकेत नही। वॉ मानते हैं कि अगर क्रिकेट को दुनिया भर में राज करना है तो इन तीनों बोर्डों को कमाई का हिस्सा दूसरे देशों को भी देना होगा। स्टीव वॉ बर्लिन में लॉरेस स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स कार्यक्रम में भाग लेने आए हुए थे। उन्होंने कहा कि बिग थ्री मॉडल में अगर तीनो अपनी कमाई को दूसरे देशों से बांटेंगे तभी सबका भला होगा। स्टीव बोले कि अगर आपके पास तीन मजबूत देश ही हैं तब इसके कोई मायने ही नहीं हैं। हमें जिम्बाब्वे, आयरलैंड, श्रीलंका और बांग्लादेश जैसे देशों को भी विकसित करना है। पैसा इन देशों को भी दिए जाने की जरूरत है। मैं समझता हूं कि यह बिजनेस है और ‘बिग 3’ किसी और देश से ज्यादा (हिस्सा) चाहते हैं, लेकिन अगर वे चाहते हैं कि यह खेल जीवित बना रहे और आगे प्रगति करे, तब आपको दूसरे देशों को निखारने के लिए इसे शेयर करना ही होगा।
इसी साल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली सीरीज में जीत के दावेदार पर बोले कि कहना कठिन है कि पाला किसका भारी रहेगा।यहां डे-नाइट टेस्ट भी होगा, जो भारत के लिए बिल्कुल नया ही है। मैं इस बात को पसंद करता हूं कि विराट कोहली चुनौती स्वीकार करते हैं।
अगर आप दुनिया की बेस्ट क्रिकेट टीम बनना चाहते हैं तो आपको अपने घर से दूर भी जीतना होगा, इतना कि जितना संभव हो। भारत ने पिछली बार 2-1 से सीरीज (ऑस्ट्रेलिया में) जीती और आप भारत से इसका श्रेय नहीं छीन सकते। लेकिन यह भी कहूंगा कि वर्तमान ऑस्ट्रेलियाई टीम में कोई खिलाड़ी अनफिट नहीं या प्रतिबंधित नहीं है।