कराची विमान दुर्घटना की जांच से रहस्य और गहराया
विशेष संवाददाता
पाकिस्तान (Pakistan) के महानगर कराची में हुए विमान हादसे (Karachi Plane Crash) को लेकर रहस्य गहराता जा रहा है। विमान के मलबे मे भारत सहित अन्य देशों की मुद्रा के तीन करोड रुपयों की बरामदगी और कॉकपिट मे मौजूद पायलट और चालक दल के सदस्यों को संकट के बारे मे एयर ट्रैफिक कंट्रोल को सूचना देने से रोकना कई सवाल खडे कर रहा है। यही नहीं विमान उड़ा रहे पायलट कैप्टन सज्जाद गुल पर भी कई सवालिया निशान लग रहे हैं।
जांच कर रही टीम को पता चला है कि पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल की बात को कई बार अनसुना किया था। इसके आलावा चेतावनी दिए जाने के बावजूद सज्जाद ने विमान को 327 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से लैंड कराने की असफल कोशिश की थी जिसमें विमान का फ्यूल टैंक क्षतिग्रस्त हो गया था। रिपोर्ट में कहा है कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल की चेतावनी नहीं मानी गयी थी और पायलट ने प्लेन में आई खराबी की सही-सही जानकारी भी उपलब्ध नहीं कराई थी। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी ने कॉकपिट में मौजूद पायलट और अन्य चालक दल के सदस्यों को संकट के बारे में एयर ट्रैफिक कंट्रोल को बताने से रोका था। आखिर वो कौन शख्स था और उसकी मंशा क्या थी ?
यही नहीं पाकिस्तान विमान हादसे में जांचकर्ताओं और बचाव अधिकारियों को इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमान के मलबे में 30 मिलियन ( तीन करोड ) की नकदी मिली है। स्मरणीय है कि पिछले दिनों हुए इस हादसे में 97 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में मौजूद 99 लोगों में 9 बच्चे भी थे।
लाहौर से कराची जा रही फ्लाइट PK-8303 शुक्रवार को कराची अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में सवार 99 लोगों में से केवल दो लोग ही बच पाए थे। एक अधिकारी ने कहा कि जांचकर्ताओं और बचाव अधिकारियों ने विमान के मलबे से लगभग 30 मिलियन रुपये मूल्य के विभिन्न देशों और संप्रदायों की मुद्राएं पाई गई हैं।