वॉशिंगटन: मानवाधिकारों के उल्लंघन पर अमेरिका ने चीन के खिलाफ एक और कदम आगे बढ़ाया है। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने एक ऐसे बिल को मंजूरी दी, जो अमेरिकी कंपनियों को चीन के शिनजियांग प्रांत से आने वाले उत्पादों की जानकारी देने के लिए बाध्य करता है। सांसदों का कहना है कि इस बिल के कानून बनने के बाद शिनजियांग में चल रहे जबरन श्रम के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबद्धता को मजबूती मिलेगी।

यह बिल एक सप्ताह पहले अमल में लाये गए कानून के जैसा ही है, जिसका उद्देश्य शिनजियांग से आयात पर प्रतिबंध लगाना है।अमेरिका का कहना है कि चीन उइगर मुस्लिमों को कैद कर उनसे जबरन श्रम करवा रहा है। इसलिए शिनजियांग प्रांत में बनने वाले उत्पादों के अमेरिका में आयात पर रोक लगाई गई है।

डेमोक्रेट सांसद जेनिफर वेक्सटन ने वर्तमान विधेयक पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ठोस कदम उठाये जाने की जरूरत है। उइगरों का शोषण बंद होना चाहिए। अमेरिका ऐसे उत्पाद नहीं खरीदना चाहता, जिसे बनाने के लिए किसी का खून बहाया गया हो.

253-163 से पारित यदि मौजूदा बिल कानून का रूप लेता है, तो कंपनियों को प्रतिभूति और विनिमय आयोग को यह बताना होगा कि क्या उनके पास शिनजियांग प्रांत में बने उत्पाद हैं, क्या वे किसी भी तरह से शिनजियांग से जुड़ी हैं? आयात से जुड़े पिछले बिल को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया था, लेकिन वर्तमान वीगर फोर्स लेबर डिस्क्लोजर एक्ट का रिपब्लिकन नेताओं ने विरोध किया है।हालांकि, डेमोक्रेट के नेतृत्व वाले सदन में फिलहाल यह 253-163 से पारित हो गया है, मगर इसे अभी एक और अग्निपरीक्षा से गुजरना होगा।

बिल को अब सीनेट में पेश किया जाएगा, जहां रिपब्लिकन को बहुमत प्राप्त है।वहीं, इस बिल के खिलाफ आवाज भी उठने लगी है
अमेरिकी चैंबर ऑफ कॉमर्स ने इस पर नाराजगी जताई है, कुछ रिपब्लिकन सांसद भी इसके खिलाफ हैं. उनका कहना है कि इससे कंपनियों को बेवजह अतिरिक्त भार का सामना करना होगा.