अभी तक आपने पुलिस का पुलिसिया चेहरा ही देखा है। लेकिन उसका एक दूसरा चेहरा भी है । देखिए इस वीडियो में

नगर प्रतिनिधि

जैसा कि दावा था कि लॉक डाउन में लोगों को जरूरत का सामान घरों में पहुंचाया जाएगा, वह पहले दिन
तो कहीं नजर नहीं आया।वाराणसी में बुधवार को भी सुबह से ही बाजारों में भीड़ दिखाई दी। सब्जी मंडियों से लेकर दवाइयों और किराना स्टोर पर लोगों का हुजूम नजर आया । लोग ज्यादा से ज्यादा सामान जुटा लेने की कोशिश में लगे रहे। इसे देखते हुए प्रशासन नई व्यवस्था की तैयारियों में लग गया है। अगर व्यापारी या दुकानदार तैयार हुए तो नई व्यवस्था दो तीन दिन में ही लागू हो जाएगी। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने व्यापारियों को इस बारे में दो तरह का प्रस्ताव भेजा है। पहला प्रस्ताव होम डिलेवरी का है। दूसरे प्रस्ताव में छोटे वाहनों पर चलती फिरती दुकान चला सकेंगे।

जिलाधिकारी के अनुसार, लोगों की भीड़ को घरों में ही रोकने के लिए जरूरी सामानों की डिलेवरी घर घर और गली मुहल्लों में कराना जरूरी हो गया है। इसके लिए जो भी व्यापारी होम डिलेवरी करना चाहते हैं उनके और उनके कर्मचारियों के लिए पास जारी किया जाएगा। हर इलाके में सीमित संख्या में ही पास जारी होंगे। व्यापारी होम डिलेवरी के लिए छोटे वाहनों का भी इंतजाम कर सकते हैं। इस गाड़ियों के लिए भी पास दिया जाएगा। राशन, जनरल आइटम, फल, सब्जी, दूध, दवाई सभी तरह के दुकानदार, बड़े-छोटे हर तरह के स्टोर, मार्किट चैन इसमें शामिल हो सकते है।

होम डिलेवरी करने के इच्छुक व्यापारियों और दुकानदारों से व्यापार मंडल का नाम, पता, फ़ोन नंबर, दुकानदार और डिलीवरी मैन के लिए कितने पास चाहिए आदि की डिटेल मांगी गई है। उन्हें यह भी बताना होगा कि किस किस मुहल्ले में वह होम डिलेवरी करेंगे। सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक ही होम डिलेवरी होगी।

प्रदेश में कहीं भी होम डिलेवरी की खबर नहीं है। अलबत्ता सब जगह सामानों के दाम बढ़ने की शिकायत आने लगी। क्या लखनऊ और क्या कानपुर अथवा कोई दूसरा शहर। सरकार के सचिव अवनीश अवस्थी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में होम डिलीवरी की बात अवश्य कर दी।

बुधवार को चौतरफा खाद्य सामग्री की काला बाजारी शुरू हो गई। 20 रुपए में किलो वाला आलू 40-50 रुपए में बिक रहा है। मुनाफाखोर 40 से 60 रुपए में आटा बेच रहे हैं। टमाटर के रेट 60 रुपए किलो पहुंच गए हैं। दुकानों से ब्रेड गायब हो गई है। दाल-चावल की कीमतें भी आसमान पर पहुंच गईं। सब्जी और किराना की जो दुकानें सुबह खुलीं, वहां खरीदारों की लंबी कतारें लग गईं। इस बीच डीएम डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी के सामने आटा खत्म होने की शिकायत आई तो उन्होंने तत्काल फ्लोर मिल संचालकों की बैठक बुला ली। आश्वासन दिया कि आटे की कमी नहीं होगी।

बुधवार सुबह से ही शहर में जरूरी सामानों को लेकर मारामारी शुरू हो गई। किराना और दूध की दुकानों में सामान लेने की होड़ लग गई।

मुनाफाखोर इसका फायदा उठाने से नहीं चूके और दुकानों में कालाबाजारी शुरू हो गई। देखते ही देखते सब्जियों के भाव दोगुने दाम पर पहुंच गए। पहले दिन पब्लिक उतरी सड़कों पर, होम डिलीवरी नही दिखी, इसमें लगेंगे दो या तीन दिन

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