विशेष संवाददाता
कोरोना के कोहराम में जहां जीवन की कई हक़ीक़त रूपोश (बेपर्दा ) हो रहीं है, वहीं इनसान की अच्छाइयां भी मंजर-ए-आम कम नजर नहीं आ रहीं।
जबकि दुनिया का सबसे ताकतवर देश अमेरिका इस वायरस के सामने बेबस नजर आ रहा है। देश की एक और जरूरी चीज एंटरटेनमेंट पूरी तरह से ठप है। सिनेमाघरों में ताले लगे हुए हैं। ऐसे में वर्जीनिया का एक थियेटर मालिक अपने कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए सड़क किनारे पॉपकॉर्न बेच रहा है। कोरोनावायरस के कारण फिल्मों का प्रोडक्शन रुक गया है। नई फिल्मों की रिलीज टल गई है। कई बड़े प्रतिष्ठित अवॉर्ड सेरेमनी या तो कैंसिल कर दी गईं या स्थगित हो गईं। इसका सबसे ज्यादा असर फिल्म क्रू और छोटे कर्मचारियों पर पड़ा। वर्जीनिया के फेयरफेक्स में दो सिनेमाघर चलाने वाले मार्क ओ मेरा अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पॉपकॉर्न बेच रहे हैं।
67 साल के मार्क ने बताया कि, मैंने कई दिक्कतें देखीं, लेकिन इस परेशानी में मेरा खाना और सोना तक छिन गया। मार्क के थियेटर में 30 लोग काम करते हैं। उन्होंने कहा कि, कई बच्चे मेरे पास काम करते हैं और मैं उन्हें अच्छा पैसा नहीं दे पाता हूं। थियेटर बंद होने के बाद वो यह नुकसान नहीं उठा पाएंगे।
मैक्डॉनल्ड्स से मिली प्रेरणा
मार्क ने अपने पास ही चलने वाले मैक्डॉनल्ड से प्रेरणा ली। उन्होंने देखा कि स्टोर में लोग आते हैं और खाना लेकर चले जाते हैं। उन्होंने भी इसी तरह तीन डॉलर की कीमत में पॉपकॉर्न बेचना शुरू किया। उन्होंने कहा कि, मेरे पास काम करने वालों को पैसे देने के लिए मैं जो कर सकता हूं करूंगा।
कई बड़ी थियेटर्स चेन बंद हुईं
कोरोनावायरस के कारण रीगल, एएमसी, सिनेमार्क जैसी दुनिया की कई बड़ी थियेटर्स चेन ने सिनेमाघरों में ताले लगा दिए हैं। करीब एक लाख 20 हजार हॉलीवुड वर्कर्स और 50 हजार फ्रीलांसर्स कोरोना के चलते काम गंवा चुके हैं।