लद्दाख लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद जमयांग सेरिंग नामग्याल ने कहा कि अक्साई चिन एक भारतीय क्षेत्र है और अब इसे चीनी कब्जे से वापस लेने का समय आ गया है। बीजेपी सांसद ने कहा कि सिर्फ अक्साई चिन ही नहीं, बल्कि गिलगित और बाल्टिस्तान भी लद्दाख का हिस्सा हैं।

बीजेपी सांसद जमयांग सेरिंग नामग्याल ने कहा कि ये 2020 का भारत, 1962 का भारत नहीं है। उन्होंने कहा कि भारतीय चरवाहों को अपने पारंपरिक चारागाहों में जाना चाहिए, जिस पर चीन ने कब्जा किया और चरवाहों को प्रवेश देने से मना कर दिया है। भारत को इन क्षेत्रों पर दावा करना चाहिए और वापस लेना चाहिए।

15 जून की रात लद्दाख की गलवान घाटी में चीन और भारत के सैनिकों के बीच हिंसा हुई थी। इस हिंसा में भारत के 20 जवान शहीद हुए। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक चीन की PLA पूरी तैयारी के साथ गलवान घाटी में मौजूद थी। उनके पास लोहे की रॉड थीं, उनमें नुकीले कील बंधे हुए थे. इसके अलावा कटीले वायर भी बंधे थे।

15 जून की शाम जब 16 बिहार कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू चीन के सैनिकों से बातचीत कर रहे थे कि वो वापस चले जाएं, उस दौरान चीन के सैनिकों ने हमले की तैयारी कर रखी थी.म। आर्मी के सूत्रों का कहना है कि चीन के सैनिकों ने ऊंचाई पर पत्थर जमा कर रखे थे। भारतीय सैनिक जमीन पर थे। चीनी सैनिकों के पास प्रोटेक्टिव गियर भी थे। उन्होंने इस तरह की नुकीली आयरन रॉड जमा कर रखी थी। उन्होंने पत्थरबाजी भी की।

जबकि चीन अभी भी पीछे नहीं हटा है। सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि चीन ने गलवान घाटी में अपनी मौजूदगी और मजबूत की है। यहां चीन के 200 के करीब ट्रक और कई सारे टेंट नजर आ रहे हैं. साथ ही उसने सैनिकों की संख्या भी काफी बढ़ा दी है।

भारत ने भी चीन को उसी की भाषा मे जवाब देने की तैयारी कर ली है। चीन से लगती 3400किलो मीटर की सीमा पर उसने सेना को एलर्ट मोड पर रखा है।

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