बहन नुसरत जहाँ

सुसाइड नोट के आधार पर सपा नेता गिरफ्तार

विशेष संवाददाता

वाराणसी। काशी की पत्रकार बिरादरी एक तेज तर्रार बहुचर्चित महिला पत्रकार रिजवाना तबस्सुम की आत्महत्या से सकते में है, मर्माहत है।

सी ओ अभिषेक पांडेय

28 वर्षीया विज्ञान में स्नातक तबस्सुम का इस तरह सोमवार को अपने आवास पर फाँसी लगा कर आत्महत्या कर लेना उसके जानने वालों के गले नहीं उतर रहा है। बतौर स्वतंत्र पत्रकार अपने लेखन से परिवार का खर्च चलाने वाली रिजवाना तब्बसुम ने फंदे पर झूलने पहले लिखे सुसाइड नोट मे सपा नेता शमीम नोमानी को जिम्मेदार ठहराया है। बताया जाता है कि इस सपा नेता के साथ अविवाहित रिजवाना तब्बसुम के अंतरंग संबंध थे।

किताबों की शौकीन थी रिजवाना

मौत की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे सदर सीओ अभिषेक पाण्डेय ने सुसाइड नोट के आधार पर सपा नेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। वहीं रिजवाना के असमय मौत की सूचना से पत्रकार बिरादरी में भी शोक की लहर दौड़ गई। 

लोहता थाना क्षेत्र के हरपालपुर की रहने वाली फ्रीलान्सर रिजवाना तबस्सुम की आत्महत्या की खबर सोमवार की सुबह जब परिजनों को लगी तो उनके पैरों तले जमीन ही खिसक गई। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे सीओ अभिषेक पाण्डेय ने रिजवाना के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं मौके से सुसाइड नोट भी बरामद किया। इसी आधार पर सीओ ने तत्काल समीम नोमानी के खिलाफ धारा 306 (आत्महत्या के लिए प्रेरित करना) के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। 

काफी होनहार थी रिजवाना

तेजतर्रार और प्रतिभाशाली युवा रिजवाना की मौत से दुखी वरिष्ठ पत्रकार विजय विनीत ने ‘नेशन टुडे’ को बताया कि मैने एक तरह से अपनी बहन को खो दिया है। रिजवाना हमारे परिवार की सदस्य जैसी थी। मै नहीं समझता कि नगर मे उसकी टक्कर की कोई दूसरी इतनी कलम की धनी पत्रकार होगी। भावुक हो उठे विनीत ने फोन पर रुंधे गले से बताया, ” वायर, बीबीसी और द प्रिंट जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों के लिए रिजवाना सम सामयिक विषयों पर लिखा करती थी। उसकी कई स्टोरीज राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हो चुकी हैं। मुझे तो अब भी विश्वास नहीं हो रहा कि रिजवाना हमारे बीच नहीं रही। यही नहीं वो हमेशा सामाजिक सरोकारों से भी जुड़ी हुई थी। जिसके लिए उसे कई प्रतिष्ठित संस्थानों की ओर से सम्मानित भी किया जा चुका था।”

  बताया जाता है कि रविवार की रात 9.27 बजे रिजवाना ने ‘न्यूज क्लिक’ को आखिरी रिपोर्ट भेजी थी। परिजनों के मुताबिक रात करीब एक बजे सपा नेता शमीम नोमानी ने उसे फोन किया था। उसने रिजवाना पर तमाम झूठे इल्जाम लगाए। शमीम ने उस पर कई लोगों के साथ नाजायज संबंध होने के झूठे आरोप जड़ दिए। रिजवाना इस इल्जाम को बर्दाश्त नहीं कर सकी। उसने चार शब्दों का सुसाइड नोट लिखा-शमीम नोमानी जिम्मेदार है। इस नोट को उसने अपने बिस्तर के पास लगे बोर्ड पर पिनअप किया। बाद में अपनी चुनरी निकाली और फांसी का फंदा लगाकर झूल गई।

रिजवाना अपने पांच भाई बहनों में दूसरे नंबर की थी। मौत से उसके पिता अजीजुल हकीम, मां अख्तरजहां, बड़े भाई मोहम्मद अकरम, छोटी बहन नुसरत जहां, इशरत जहां, छोटे भाई मोहम्मद आजम व मोहम्मद असलम का रो रो कर बुरा हाल है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here