अंतिम दिन 381 रन का बेहद मुश्किल लक्ष्य, पास मे नौ विकेट हैं
नई दिल्ली। चेन्नई टेस्ट में जीत के लिए 420 रनों के बेहद मुश्किल लक्ष्य के लिए उतरी भारतीय टीम के लिए डगर काफी कठिन है। चौथे दिन का खेल खत्म होने तक मेजबानों ने रोहित शर्मा के विकेट खोकर 39 रन बना लिए थे। भारत को जीत के लिए पांचवें और आखिरी दिन 381 रन बनाने होंगे। क्रीज पर चेतेश्वर पुजारा (12) और शुभमन गिल (15) टिके हुए हैं। भारत का एकमात्र विकेट रोहित शर्मा के रूप में गिरा जो वाम हस्त स्पिनर जैक लीच की गेंद पर बोल्ड हुए। इससे पहले रविचंद्रन अश्विन के दूसरी पारी में छह विकेट लेकर इंग्लैंड को सिर्फ 178 रनों पर समेट दिया था।
सारा दारोमदार भारत की नाट आउट जोडी के अलावा कप्तान कोहली, उनके नायब रहाणे और बल्ले के साथ प्रचंड फार्म में चल रहे ऋषभ पंत पर है। टीम को जीत के लिए दो शतकीय पारियां अपने बल्लेबाजों से चाहिए। क्रिकेट में वैसे कुछ भी नामुमकिन नहीं है। लेकिन इसके लिए चमत्कार की जरूरत है जो हर दिन नहीं होता। भारतीयों को सकारात्मक रहना होगा। यदि पहले सत्र तक गिल और पुजारा जमे रह गए तो मेजबान कम से कम हार के संकट से उबरते नजर आएंगे। विकेट स्पिनमूलक है मगर देखने वाली बात यह कि क्या बेस और लीच का स्पिन युगल इसका अधिकतम लाभ उठाने में सफल हो सकेगा ?
इंग्लैंड की दूसरी पारी में गेंदबाजी का आगाज करने वाले अश्विन ने तेजी से टर्न और उछाल लेती पहली ही गेंद पर रोरी बर्न्स को पहली स्लिप में अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराया. वह 114 साल बाद टेस्ट पारी की पहली गेंद पर विकेट चटकाने वाले पहले स्पिनर बने। भारत ने दूसरे छोर से बायें हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम को गेंद थमाई। दोनों स्पिनरों ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को लय में नहीं खेलने दिया।
अश्विन ने दूसरे सलामी बल्लेबाज डॉम सिब्ली (16) को लेग स्लिप में चेतेश्वर पुजारा के हाथों कैच कराके भारत को दूसरी सफलता दिलाई। पहली पारी में दोहरा शतक जड़ने वाले रूट ने आते ही नदीम पर दो चौके मारे और फिर अश्विन के ओवर में भी दो चौके जड़े। इशांत ने इसके बाद डैन लॉरेंस (18) को सीधी गेंद पर पगबाधा किया। इशांत इसी के साथ टेस्ट क्रिकेट में कपिल देव (434) और जहीर खान (311) के बाद 300 विकेट हासिल करने वाले सिर्फ तीसरे भारतीय तेज गेंदबाज बने।।वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले छठे भारतीय गेंदबाज हैं।
अश्विन ने पहली पारी में अर्धशतक जड़ने वाले बेन स्टोक्स (07) को विकेटकीपर पंत के हाथों कैच कराके इंग्लैंड का स्कोर चार विकेट पर 71 रन किया लेकिन इससे पहले टीम की कुल बढ़त 300 रन के पार पहुंच गई थी। कप्तान विराट कोहली ने 22वें ओवर में जसप्रीत बुमराह को पारी में पहली बार गेंद थमाई और उन्होंने अपने दूसरे ओवर में ही शानदार लय में दिख रहे रूट को पगबाधा कर दिया। रूट ने 32 गेंदों पर सात चौकों की मदद से 40 रन बनाए।
ऑली पोप और जोस बटलर ने जरूर कुछ रन बनाए, लेकिन पोप 28 रन के निजी स्कोर पर रिवर्स स्वीप खेलने के फेर में आउट हो गए। जोस बटलर के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. उन्होंने भी नदीम की गेंद पर छक्का लगाने की कोशिश की और 24 रन पर अपना विकेट गंवाया। डॉम बेस ने 25 रनों की अहम पारी खेली लेकिन उन्हें और जोफ्रा आर्चर को आउट कर अश्विन ने अपने पांच विकेट पूरे कर लिये। अंत में अश्विन ने एंडरसन का भी विकेट लेकर इंग्लैंड की दूसरी पारी को 178 पर ही समेट दिया।
इससे पहले चौथे दिन इंग्लैंड के पहली पारी के 578 रन के जवाब में भारत 95.5 ओवर में 337 रन पर सीमित हो गया लेकिन जो रूट ने 241 रन की बढ़त के बावजूद मेजबान टीम को फॉलोआन नहीं देने का फैसला किया। भारत की ओर से वाशिंगटन सुंदर 85 रन बनाकर नाबाद रहे जबकि ऋषभ पंत ने 91 और चेतेश्वर पुजारा ने 73 रन की पारी खेली थी. इंग्लैंड की ओर से डॉम बेस सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 77 रन देकर चार विकेट चटकाए. जेम्स एंडरसन (46 रन पर दो विकेट), जोफ्रा आर्चर (75 रन पर दो विकेट) और जैक लीच (105 रन पर दो विकेट) ने भी दो-दो विकेट हासिल किए।
विराट कोहली की गलती भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से करा सकती है बाहर!
नई दिल्ली. भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही चार टेस्ट मैचों की टेस्ट सीरीज दोनों ही टीमों के लिए बेहद अहम है. क्योंकि इस सीरीज का नतीजा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली टीम को तय करेगा। न्यूजीलैंड की टीम फाइनल में जगह बना चुकी है
अब दूसरी टीम की रेस में भारत-इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच टक्कर है। भारतीय टीम के पास टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने का अच्छा मौका है। लेकिन उसे इंग्लैंड से कम से कम 2 टेस्ट मैच जीतने होंगे और उसे सिरीज में हराना होगि। लेकिन चेन्नई टेस्ट में टीम इंडिया से एक ऐसी गलती हो गई है जो उसे बहुत भारी पड़ सकती है।
विजडन की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय टीम ने चेन्नई टेस्ट के चौथे दिन बेहद धीमी गति से ओवर फेंके. इसकी वजह से उसे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के प्वाइंट्स भी कट सकते हैं। ठीक वैसे ही जैसे ऑस्ट्रेलिया के साथ हुआ था। टिम पेन की टीम ने भी यही गलती की थी और उसके अंक कट गए थे जिसकी वजह से न्यूजीलैंड के जीत प्रतिशत अंक उससे ज्यादा हो गए। भारतीय टीम ने चेन्नई टेस्ट में टी ब्रेक के बाद 90 मिनट में सिर्फ 19.3 ओवर फेंके। आईसीसी के नियमों के अनुसार टीम को एक घंटे में 15 ओवर फेंकने होते हैं और भारत का ओवर रेट इससे काफी ज्यादा कम रहा।
चेन्नई टेस्ट के चौथे दिन टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का पूरा ध्यान इंग्लैंड को ज्यादा से ज्यादा बल्लेबाजी कराने पर रहा और शायद इसीलिए उसका ओवर रेट बेहद धीमा रहा। लेकिन विराट कोहली की ये रणनीति आगे जाकर टीम इंडिया को भारी पड़ सकती है।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल का गणित
टीम इंडिया को अगर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचना है तो उसे चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 2 मुकाबले जीतने होंगे. भारतीय टीम अगर 1-0 से भी जीतती है तो वह फाइनल की दौड़ से बाहर हो जाएगी. अगर भारत 2-1 सीरीज जीते तो भी वो फाइनल में पहुंच जाएगा. दूसरी ओर अगर इंग्लैंड 1-0, 2-0 या 2-1 से सीरीज जीत हासिल करता है तो ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच सकता है. वहीं इंग्लैंड को फाइनल में पहुंचने के लिए उसे 3-0, 3-1, या 4-0 से सीरीज जीतनी होगी.