सुरक्षा बलों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नक्सलियों की हमला करने की बड़ी साजिश नाकाम कर दी। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा (dantewada )जिले में सुरक्षा बलों ने रिमोट कंट्रोल से संचालित होने वाली चार बारूदी सुरंग और भारी मात्रा में पेट्रोल बम ( petrol bomb)बरामद किये है। दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के बारसूर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बोदली और मालेवाही गांव के मध्य सुरक्षा बलों ने विस्फोटक सामाग्री बरामद की है।
अधिकारियों ने बताया कि बोदली और मालेवाही के मध्य सड़क निर्माण कार्य की सुरक्षा में डीआरजी, एसटीएफ और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के लगभग तीन सौ जवानों को रवाना किया गया था। दल जब जंगल में था तब उन्होंने वहां चार बारूदी सुरंग बरामद की। सभी बारूदी सुरंग का वजन लगभग पांच-पांच किलोग्राम था।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, बारूदी सुंरग को बैटरी और एंटीना ( entenna)से जोड़ा गया था। जिससे रिमोट कंट्रोल से उसमें विस्फोट किया जा सके। उन्होंने बताया कि बम के एंटीना को पेड़ में लगाया गया था, जिससे अधिक दूरी से बम में विस्फोट किया जा सके। अधिकारियों ने बताया कि बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए पहली बार इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल करने की कोशिश की है।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने घटनास्थल से बड़ी संख्या में पेट्रोल बम भी बरामद किए है, जिससे ऐसी आशंका है कि नक्सली सुरक्षा बलों पर बड़े हमले की तैयारी में थे, लेकिन इससे पहले ही उसे नाकाम कर दिया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने सभी विस्फोटक सामग्रियों को नष्ट कर दिया है। राज्य के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले के पल्ली गांव से दंतेवाड़ा के बारसूर गांव के मध्य सड़क का निर्माण किया जा रहा है। यह सड़क बोदली और मालेवाही गांव से होकर गुजरेगी। इस क्षेत्र में लगातार नक्सली गतिविधियां होती रहती है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सड़क निर्माण कार्य की सुरक्षा के लिए इस क्षेत्र में सुरक्षा बलों के छह शिविरों की स्थापना की गई है। इनमें से बोदली गांव सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष इस मार्ग में अब तक पांच से अधिक नक्सली घटनाएं हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 14 मार्च को नक्सलियों ने इस क्षेत्र में सुरक्षा बलों पर हमला किया था, जिसमें छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के दो जवान शहीद हो गए थे।