पहले मानते थे किसी हिन्दू राजा ने बनवाया, गाइड ने दी सही जानकारी

लक्ष्मी कान्त द्विवेदी

बात सुनने में भले ही थोड़ी अजीब लगे लेकिन यह एक सच्चाई है कि, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भले ही एक समय ‘ताज महल’ के मालिक रह चुके हों, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि, दुनिया की इस अनुपम कृति निर्माण किसने करवाया था।

‘ताजमहल’ नामक कैसिनो और रिजॉर्ट था ट्रम्प के पास

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भले ही 24 फरवरी यानी सोमवार को आगरा के ताज के दीदार किये हों, लेकिन उनके पास पहले से ही ‘ताजमहल’ नामक एक कैसिनो था, जिसे वह दुनिया का आठवां अजूबा कहा करते थे। पर उन्हें नहीं पता था कि आगरा के असली ताजमहल को किसने बनवाया था। वह यही मानते थे कि, ताजमहल का निर्माण किसी हिन्दू राजा ने करवाया था। वह तो सोमवार को जब ताज का दीदार करने आगरा गये, तो उनके गाइड नितिन सिंह ने उन्हें सही जानकारी दी कि, ताज का निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज की याद में करवाया था। वैसे ट्रम्प सारी सुविधाओं से लैस अपने जमाने के अत्याधुनिक ताजमहल को बचा नहीं पाये थे और अंत में दिवालिया घोषित हो गये।

गौरतलब है कि, अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने पत्‍नी मेलानिया ट्रम्प के साथ सोमवार को ताजमहल का दीदार किया। इस दौरान उन्हें आगरा के गाइड नितिन सिंह उर्फ रिंकू ने ताजमहल के बारे में विस्तार से बताया। जब तक ट्रंप ताजमहल में रहे, तब तक नितिन उनके साथ ही रहे। ताजमहल को लेकर ट्रम्प ने नितिन से एक हैरान कर देने वाली बात कही। ट्रम्प ने नितिन को बताया कि उन्हें लग रहा था कि ताजमहल को किसी हिन्दू राजा ने बनवाया है। बाद में ट्रंप को पता लगा कि ताजमहल को मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल के लिए बनवाया था। नितिन ने कहा कि डोनाल्‍ड ट्रंप ने उनसे ताजमहल के इतिहास के बारे में पूछा। इस पर नितिन सिंह ने उनको मुगल शासक शाहजहां की कहानी बतायी। नितिन ने कहा कि जब मेलानिया को यह पता चला कि शाहजहां के अंतिम आठ साल कैद में गुजरे, तो उन्हें बहुत दुख हुआ।

उल्लेखनीय है कि, गाइड नितिन सिंह आगरा के ही रहने वाले हैं। वह तकरीबन एक दशक से गाइड का काम कर रहे हैं। वह इससे पहले भी कई राष्‍ट्र के प्रमुखों को ताजमहल का दीदार करा चुके हैं। अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रम्प के दौरे से पहले अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों ने गाइड के लिए अधिकृत तकरीबन 20 लोगों का इंटरव्‍यू लिया था। उसके बाद ही नितिन सिंह के नाम पर मुहर लगायी गयी।

माइकल जैक्सन और एल्टन जॉन परफार्म कर चुके हैं ट्रम्प के ताज में

उल्लेखनीय है कि, 2 अप्रैल, 1990 को डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका के न्यूजर्सी स्थित अटलांटिक सिटी में दुनिया का सबसे बेहतरीन ‘ताजमहल’ कैसिनो और रिजॉर्ट खोला था। इस कैसिनो के उद्घाटन समारोह में पॉप स्टार माइकल जैक्सन ने भी अपनी कला से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया था। इस खूबसूरत रिजॉर्ट में वर्ष 2005 का बॉलीवुड अवॉर्ड भी आयोजित किया गया था। यही नहीं गायक एल्टन जॉन भी ट्रंप के ताजमहल कैसिनो और रिजॉर्ट में मेहमान बनकर अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके हैं। ट्रंप के ‘ताजमहल’ कैसिनो का कुल क्षेत्रफल 1.20 लाख वर्ग फीट था। इसमें जुआ खेलने के लिए 3009 स्लॉट मशीनें और 167 गैम्बलिंग टेबल थे। ट्रम्प के ‘ताजमहल’ कैसिनो का रिसेप्शन एरिया इतना बड़ा था जितना बड़ा आजकल किसी एयरपोर्ट का टिकट बुकिंग एरिया होता है। यहां एक साथ 5000 लोग आ सकते थे।

भारतीय संस्कृति से प्रभावित ट्रम्प ने कैसिनो का नाम रखा था ‘ताजमहल’

डोनाल्ड ट्रम्प शुरू से ही भारतीय संस्कृति से काफी प्रभावित रहे हैं। इसीलिए उन्होंने इस कैसिनो और रिजॉर्ट का नाम ‘ताजमहल’ रखा था। यहां के स्टाफ का पहनावा भी अरबी और भारतीय परिधानों का था। कैसिनो और रिजॉर्ट के कुछ विशेष कमरों में बॉथरूम के सिंक और नलों को टोटियां सोने के प्लेट से जड़ी हुई थीं। इनकी सफाई भी बेहद कड़ी सुरक्षा में होती थी। लिफ्ट लॉबी में एक साथ 12 लिफ्ट थीं। हर लिफ्ट सोने के रंग की थी। लोग बताते हैं कि सभी लिफ्ट के दरवाजे और अंदर के हिस्सों में 24 कैरेट सोने की परत चढ़ी हुई थी। कैसिनो के अंदर का माहौल किसी शाही महल से कम नहीं दिखता था। जगमग रोशनी, महंगे कालीन और झूमर। सब कुछ किसी सपने जैसा दिखता था ट्रम्प के ‘ताजमहल’ में। डोनाल्ड ट्रम्प के ताजमहल कैसिनो और रिजॉर्ट के कमरे भी बेहद खूबसूरत और लग्जरी से भरपूर थे। सोने के रंग के कुशन और तकिए आदि कमरों में रखे गये थे।

पर चल नहीं पाया बिजनेस और बिक गया ‘ताजमहल’

लेकिन ट्रंप अपने इस ‘ताजमहल’ कैसिनो और रिजॉर्ट को ज्यादा दिन तक संभाल नहीं पाये। कैसिनो में जीतने वालों के हिसाब-किताब में गड़बड़ी होने लगी। 1998 में अमेरिकी सरकार ने इनके ऊपर 342 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया। ट्रम्प पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस चलने लगा। इसके बाद ‘ताजमहल’ कैसिनो और रिजॉर्ट के बुरे दिन शुरू हो गये। 2015 में अमेरिकी प्रशासन ने ट्रम्प पर 71.86 करोड़ रुपये का जुर्माना फिर लगाया। इसके बाद ट्रम्प ने खुद को दिवालिया घोषित करने की बात कही। 2016 में ‘ताजमहल’ कैसिनो औरयज्ञ रिजॉर्ट की नीलामी के लिए अमेरिकी प्रशासन ने नोटिस लगा दिया। इस के बाद यह कैसिनो और रिजॉर्ट बिक गया।

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