सियोल (एजेंसी)। उत्तर कोरिया ने पनडुब्बियों और अन्य सैन्य उपकरणों से वार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को एक परेड में उतारा। यह उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन के परमाणु हथियार कार्यक्रम का विस्तार करने के आह्वान के अनुरूप है। यह ऐसे समय में हुआ है, जबकि कुछ ही दिनों बाद अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन शपथ ग्रहण करने वाले हैं।
सरकारी मीडिया ने बताया कि इस परेड का आयोजन गुरुवार रात प्रमुख सत्तारूढ़ पार्टी की बैठक के बाद किया गया। इस बैठक में किम ने अपने परमाणु एवं मिसाइल कार्यक्रम को बढ़ाने का संकल्प लिया था। वर्कर्स पार्टी कांग्रेस की आठ दिवसीय बैठक मंगलवार को सम्पन्न हुई। इसमें किम ने अपने परमाणु शस्त्रागार को बढ़ाने और अधिक उन्नत परमाणु हथियार प्रणालियों को विकसित करने की चेतावनी भी दी और कहा कि अमेरिका के साथ संबंध इस बात पर निर्भर करेगा कि अमेरिका अपनी शत्रुतापूर्ण नीतियां त्यागता है या नहीं।
सरकारी समाचार एजेंसी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) की ओर से जारी की गई तस्वीर में किम काले रंग की फर वाली टोपी और चमड़े का कोट पहने, मुस्कुराते हुए नजर आए। एजेंसी ने बताया कि परेड में देश के सबसे उन्नत रणनीतिक हथियार पेश किए गए, जिसमें पनडुब्बी से वार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल शामिल थी। एजेंसी ने बताया कि परेड में दुश्मन को पूरी तरह नष्ट कर सकने वाली अन्य मिसाइलें भी पेश की गई।
कैसे-कैसे घातक हथियार
ह्वासोंग 15 नाम की बैलिस्टिक मिसाइल करीब 13 हजार किलोमीटर दूर तक मार करने में सक्षम है। यह दावा उत्तर कोरिया कर रहा है।
- उत्तर कोरिया के पास परमाणु बम और बलिस्टिक मिसाइल हैं, जिससे वह अमेरिका के सहयोगी अपने पड़ोसी देशों पर हमला कर सकता है।
- हालांकि इस बात की संभावना ना के बराबर है कि उसके पास अमेरिका तक मार करने वाले परमाणु बलिस्टिक मिसाइल हैं।
- उत्तर कोरिया के पास लंबी रेंज के इंटरमीडिएट मिसाइल होंगे जो अमेरिका की जमीन पर परमाणु हमला करने में सक्षम होंगे।
उत्तर कोरिया के पास हाइड्रोजन बम भी है?
तानाशाह किम जोंग-उन का दावा है कि उनके पास परमाणु बम से कई गुना ज्यादा खतरनाक हाइड्रोजन बम है। हालांकि उनका यह दावा अभी संदेहपूर्ण है। उनके पास बड़ा परमाणु बम हो सकता है, लेकिन वह हाइड्रोजन जितना खतरनाक नहीं है।
बड़े रासायनिक हथियार
उत्तर कोरिया के पास काफी मात्रा में तोपे हैं और वह केमिकल हथियारों पर भी काम कर रहा है। उसके पड़ोसी दक्षिण कोरिया का दावा है कि उत्तर कोरिया के पास 2500 से 5000 मेट्रिक टन केमिकल हथियार हैं।