दिल्ली सुलगाने वाले दंगाइयो ने खजूरी खास मे इनटेलिजेन्स कास्टेबल की हत्या कर दी। शव चाँद बाग मे पाया गया है। गृह मंत्री से इस्तीफा मागने और प्रधानमंत्री को दंगे के लिए जिम्मेदार ठहराने वाली काग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी दंगाइयो पर चुप क्यों है। हेडकास्टेबल की शहादत का मजाक क्यों बनाया जा रहा। बताया जाता है कि अधिकारी की हत्या दंगा भड़काने की नियत से जानबूझ कर की गयी है।
चांद बाग पुलिया पर नाले से आइबी के कांस्टेबल का शव निकाला गया है। मृतक अंकित शर्मा खजूरी में रहते थे।मंगलवार शाम को वह ड्यूटी से घर लौट रहे थे। आरोप है कि चांद बाग पुलिया पर कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया। उनकी पीट पीट कर हत्या कर दी। इसके बाद शव को नाले में फेंक दिया। परिजन मंगलवार से ही उनकी तलाश में थे।
अंकित के पिता रविंदर शर्मा भी आइबी में हेड कांस्टेबल हैं। उन्होंने एक आप नेता के समर्थकों पर हत्या का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पिटाई के साथ अंकित को गोली भी मारी गयी थी। शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जीटीबी अस्पताल भेज दिया है।
अंकित शर्मा आईबी मे ड्राइवर पद पर तैनात थे और प्रोबेशन पर थे। उनकी चाँद बाग में तैनाती नहीं थी, वह उसी इलाके के रहने वाले थे। अंकित की विभाग मे 2017 में नियुक्ति हुई थी।