वीआईपी कल्चर की बिहारी स्टाइल ने तूल पकडा
देश में फिलहाल तीन मई तक के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। इस दौरान हर जगह सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं। आने जाने वाली गाड़ियों पर भी प्रशासन की नजर है। लेकिन इससे ही जुड़ा एक अफसरशाही का मामला बिहार में देखने को मिला है। यहां एक बुजुर्ग होमगार्ड ( home guard) को ड्यूटी सही तरीके से करने की सजा मिली। उसकी ईमानदारी से की गई ड्यूटी के अपराध में अधिकारियों ने मिलकर बुजर्ग से उठक-बैठक करवाई और धौंस देते रहे।
बिहार के अररिया जिले में दो होमगार्ड ड्यूटी ( duty)पर तैनात थे। इस दौरान कृषि विभाग के अधिकारी मनोज कुमार की गाड़ी को होम गार्डों ने रोका और उसकी चेकिंग करने लगे। इस बीच तिलमिलाए अधिकारी होमगार्ड्स पर ही बिफर पड़े और उन्हें धौंस देने लगे। इसके बाद उन्होंने सजा के तौर पर होमगार्डों से उठक बैठक करवाई।
कोरोना वारियर चौकीदार से बीच सड़क उठक-बैठक की खबर से बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय बेहद आहत हुए हैं। DGP ने कहा है कि हमारे जवान रोज जान पर खेलकर कोरोना से जंग लड़ रहे हैं और ऐसे में उनके साथ हुई ये घटना शर्मनाक है। पुलिस विभाग ने इसकी जानकारी सरकार को दे दी है। इस वीडियो के बारे में जब पत्रकारों ने जिले के SDPO पुष्कर कुमार से फोन पर बात की तो जवाब थोड़ा अलग था। अररिया SDPO ने कहा कि सिपाही इतना सीधा था कि खुद ही उठक-बैठक करने लगा और माफी मांगनी शुरू कर दी। लेकिन SDPO की ये बात किसी के गले नहीं उतर रही।
मामले ने पकड़ा तूल
होमगार्ड जवान के साथ इस तरह के बर्ताव पर विपक्ष की भुकुटि टेढ़ी हो गई। विपक्षी दलों ने इस वायरल वीडियो को लेकर सरकार पर हमला बोल दिया। RJD प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने साफ कहा है कि ऐसे पदाधिकारियों पर सरकार को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। RJD के मुताबिक जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार ने ये काम कर पुलिस के जवानों का मनोबल तोड़ा है।
वहीं पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने कहा है कि इस मामले में दोषियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए।
प्रकरण पर सरकार हुई सख्त
विपक्ष के कड़े ऐतराज के बाद बिहार सरकार ने मामले पर संज्ञान ले लिया है। राज्य के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने विभाग के सचिव को निर्देश दिया है कि संबंधित कृषि पदाधिकारी को शो-कॉज नोटिस जारी करें। कृषि मंत्री ने इसके साथ ही वायरल वीडियो की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया है।