कश्मीर में चल रहा है आतंक का ऑपरेशन आल आउट
अनिता चौधरी
कश्मीर के श्रीनगर के नवाक़दल इलाके में सोमवार देर रात 2 बजे से आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में गोलीबारी अभी थमी हुई है मगर सर्च ऑपरेशन जारी है । इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने हिजबुल के दो आतंकियो को ढेर कर दिया है
इस ऑपरेशन में सीआरपीएफ का एक और जम्मू कश्मीर पुलिस के 2 जवान भी घायल हुए हैं ।
मारे गए आतंकियों की पहचान जुनैद अशरफ खान और तारिक अहमद शेख के तौर पर की गई है । जुनैद कुपवाड़ा के लोलाब का रहने वाला है और कश्मीर के अलगाववादी संगठन तहरीक-ए-हुर्रियत के चैयरमैन का बेटा बताया जा रहा है कि तारिक की विस्तृत पहचान को सुरक्षा बल खंगाल रही है ।
दोनों ने इसी साल मार्च 2020 में हिजबुल मुजाहिद्दीन HM (Hizbul muzahuddin) जॉइन किया था ।
दरअसल सोमवार रात सुरक्षा बालों को श्रीनगर के दाना मज़ार नवाक़दल इलाके में कुछ टेररिस्ट(Terrorist) के छुपे होने की जानकारी मिली ।मिली जानकारी के आधार पर सीआरपीएफ (CRPF)और जम्मू कश्मीर (j&k police)पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया और पूरे इलाके को कॉर्डन ऑफ (cordon off)किया । ऑपरेशन सोमवार रात 2 बजे शुरू हुआ । आतंकी बचाव के लिए एक घर में छुप गए । इलाका रिहाइशी और काफी सघन आबादी वाला था इसलिए स्थानीय सुरक्षा के मद्देनजर सुरक्षा बलों ने सबसे पहले वहां से स्थानीय नागरिकों को सुरक्षित निकाला ।
करीब 3 बजे सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ शुरू हुई लेकिन रात और अंधेरा होने की वजह से सुरक्षा बलों को जल्दी कोई कामयाबी हासिल नहीं हुई और अंधेरे की वजह से थोड़ी देर के लिए इस ऑपरेशन को रोकना भी पड़ा ।
मंगलवार सुबह एक बार फिर आतंकियों ने गोलीबारी शुरू की जिसका सुरक्षा बलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया । उस जवाबी फायरिंग में हिजबुल के दो आतंकी जुनैद अशरफ खान जो कि कुपवाड़ा लोलाभ का है और तहरीक-के-हुर्रियत के चैयरमैन का बेटा है और तारिक अहमद शेख जो कि पुलवामा का रहने वाला है इस गोलीबारी में मारा गया । एनकाउंटर के दौरान सीआरपीएफ के 1 और जम्मू-कश्मीर पुलिस के 2 जवान घायल हुए । सुरक्षा बलों की तरफ से किसी भी हताहत की कोई खबर नहीं है । ना ही किसी स्थानीय नागरिक के मारे जाने की खबर है ।
गौरतलब है कि आतंकियों के सफाये को लेकर कश्मीर में सुरक्षा बलों की तरफ साल 2016 से ही ऑपरेशन आल आउट चलाया जा रहा है जो बदस्तूर जारी है ।
टॉप हिजबुल कमांडर बुरहान वानी , रियाज़ निक्कू भी इसी ऑपरेशन के तहत मारे गये थे ।
गौरतलब है कि
तीन दिन पहले 17 मई को भी जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में सुरक्षाबलों और आंतकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी जिसमें सेना के जवानों ने हिज्बुल के दो आतंकियों को मार गिराया था। मारे गए आतंकियों की पहचान मसूद और ताहिर के तौर पर की गई थी। इस बीच फायरिंग में भारतीय सेना का भी एक जवान शहीद हो गया था।