सहारनपुर। कश्मीर में बेगुनाहों के कत्ल पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के जिला संयोजक राव मुशर्रफ ने कहा कि आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता। इनका मकसद सिर्फ मानवता का कत्ल करना है। उन्होंने कहा कि आतंकी शैतान की औलाद होते हैं। मौत के बाद उन्हें दफनाना नहीं बल्कि जलाना चाहिए।
बुधवार को राव मुशर्रफ ने कश्मीर घटना पर कहा कि इस्लाम के चेहरे को बदनाम करने के लिए आतंकियों ने ईद मिलाद-उल-नबी से पहले षड्यंत्र रचा है, ताकि मुसलमान ठीक से त्योहार न मना सकें। कश्मीर, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में दूसरे धर्म के लोगों को पूजा आदि करने से रोका जा रहा है। यह सब शैतानों वाले काम हैं।
उन्होंने कहा कि जो लोग मस्जिदों में बम धमाके करते हैं। मंदिरों या पूजा स्थलों पर मूर्तियां खंडित करते हैं, ऐसे लोगों की नमाज-ए-जनाजा नहीं होनी चाहिए बल्कि इन्हें जलाना चाहिए। यदि कोई इन्हें सुपुर्द-ए-खाक करता है या इनकी जनाजे की नमाज पढ़ाता है तो समझ लेना चाहिए कि वह भी कहीं न कहीं इनका ही समर्थक है।