यरुशलम में फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों और इजरायली पुलिस के बीच हिंसक झड़प से शुरू हुआ विवाद अब रॉकेट हमलों तक पहुंच गया है. इजरायल ने गाजा पट्टी से उसके ऊपर दाए गए रॉकेट्स को लेकर जवाबी कार्रवाई करते हुए वहां स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है. हमास द्वारा संचालित फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायल की एयरस्ट्राइक में बच्चों समेत 20 लोगों की मौत हुई है. वहीं, इजरायल पर हमास द्वारा किए गए हमले के चलते इजरायली संसद को खाली करना पड़ा, क्योंकि चेतावनी वाले सायरन बजने लगे.

हाल के दिनों में इजरायल और फिलिस्तीन के बीच तनाव खासा बढ़ गया है. सोमवार को यरुशलम में स्थित अल-अक्सा मस्जिद के भीतर और बाहर प्रदर्शन हुए. इस दौरान इजरायली पुलिस और फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हो गई है, जिसमें सैकड़ों लोग घायल हो गए. इसे लेकर हमास ने इजरायल को धमकी देते हुए कहा था कि वह जवाबी कार्रवाई करेगा. दरअसल, यरुशलम में स्थित शेख जर्राह डिस्ट्रिक्ट में रहने वाले फिलिस्तीनी परिवारों को घरों को खाली करने को कहा गया, ताकि यहां यहूदी सेटलर्स को बसाया जा सके. इसे लेकर ही पिछले कुछ दिनों से यरुशलम में प्रदर्शन हो रहे हैं.

हमास को सख्ती से जवाब देगा इजरायल: नेतन्याहू

इजरायल ने कहा कि इसने कम से कम तीन हमास आतंकियों को ढेर किया है. सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जॉनथन कोनरिकस ने कहा कि हमने गाजा में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास ने सीमाएं पार कर दी हैं और इजरायल अब उन्हें सख्ती के साथ जवाब देगा. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि हमास को तुरंत रॉकेट हमलों को रोक देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सभी पक्षों को तनाव को कम करने की दिशा में काम करने की जरूरत है.

अल-अक्सा मस्जिद में क्या हुआ?

इजरायली पुलिस ने कहा कि हजारों की संख्या में फिलिस्तीनियों ने रात के समय इमारत के भीतर घुस गए. इस दौरान इन लोगों ने पत्थर और पेट्रोल बम लिया हुआ था. अधिकारियों को आदेश दिया गया कि वे मस्जिद के भीतर दाखिल हों और प्रदर्शनकारियों को बाहर निकालें. इससे पहले सोमवार को ही दिन में पुलिस के ऊपर पत्थरबाजी की गई थी. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए करीब एक घंटे तक रबर बुलेट्स और आंसू गैस के गोले का प्रयोग किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी पुलिस पर पत्थर फेंकते रहे.

फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट ने कहा कि संघर्ष में 305 फिलिस्तीनी घायल हो गए और 228 को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. इनमें से सात की हालत गंभीर है. इजरायली पुलिस बल ने कहा कि इस घटना में उसके 21 अधिकारी घायल हो गए और तीन लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा. फिलिस्तीनियों और इजरायली पुलिस के बीच झड़प की खबरें उत्तरी इजरायली शहर हायफा से भी मिली है.

आखिर क्या है विवाद की वजह?

इजरायल ने 1967 में मध्यपूर्व में हुए युद्ध के बाद पूर्वी यरुशलम को कब्जे में कर लिया. इसके बाद पूरे शहर को ही अपनी राजधानी मान लिया. हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बिरादरी द्वारा इसे मान्यता नहीं दी जाती है. फिलिस्तीनी लोगों का मानना है एक बार जब उनका मुल्क आजाद हो जाएगा तो पूर्वी यरुशलम उनके मुल्क की राजधानी होगी. वर्तमान विवाद की वजह पूर्वी यरुशलम के शेख जर्राह डिस्ट्रिक्ट से फिलिस्तीनी परिवारों को बाहर निकालना है. यहां पर यहूदी सेटलर्स (वो लोग जिन्हें फिलिस्तीन में बसाया जाता है) को बसाने की योजना बनाई गई है, जिसे लेकर फिलिस्तीनी लोग प्रदर्शन कर रहे हैं.

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