उम्मीद थी कि आस्ट्रेलियाई धरती पर पराक्रम दिखा कर स्वदेश लौटी टीम इंडिया वही प्रदर्शन जारी रखेगी। लेकिन उसने चेपक में नशा उखाड़ कर दिया। इतना दयनीय समर्पण सचमुच कल्पनातीत रहा। यहां खेले गए पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने भारत को 227 रनों से हराकर 4 टेस्ट मैचों की सिरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।
भारत को इंग्लैंड ने 420 रनों का लक्ष्य दिया था। टेस्ट मैच के आखिरी दिन भारत की दूसरी पारी 192 रनों पर ही बिखर गई। भारत की ओर से कप्तान विराट कोहली ने सबसे ज्यादा 72 रन बनाए. वहीं, गिल 50 रन की पारी खेलने के बाद आउट हुए। भारत की दूसरी पारी में कोहली और गिल के अलावा कोई दूसरा बल्लेबाज जमकर नहीं खेल पाया। इंग्लैंड की ओर से जेम्स एंडरसन ने कमाल की गेंदबाजी की और 3 विकेट लेने में सफल रहे। वहीं, जैक लीच ने 4 और डॉम बेस ने 1 विकेट लिए. बेन स्टोक्स और जोफ्रा ऑर्चर को भी 1 विकेट मिला। रनों के हिसाब से भारत के खिलाफ इंग्लैंड की यह चौथी सबसे बड़ी जीत है. चेन्नई के मैदान पर भारत को 22 सालों बाद हार मिली है. साल 1999 में इस मैदान पर भारत को पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट में हार मिली थी। वैसे अपने घर मे भारती चार बरस में यह पहली हार है।
भारत ने लंच ब्रेक के समय 6 विकेट केवल 144 रन पर खोकर दुकान का शटर गिरा दिया था। उम्मीद सिर्फ कप्तान कोहली पर टिकी थी कि वह कितनी देर तक हार टाल सकेंगे।
पांचवें दिन भारतीय टीम को पुजारा के रूप में बड़ा और पहला झटका लगा था.।पुजारा को जैक लीच ने आउट कर पवेलियन भेजा। मिस्टर डिपेंडेबल पुजारा ने 15 रनों की पारी खेली। पुजारा के आउट होने के बाद कोहली क्रीज पर पहुंचे। गिल और कोहली ने भारतीय पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन गिल 50 रन बनाकर आउट हो गए, इसके बाद जेम्स एंडरसन ने उसी ओवर में रहाणे को भी बोल्ड कर भारतीय टीम को चौथा झटका दे दिया।
इसके बाद भारतीय पारी पूरी तरह से लड़खड़ा गई। एंडरसन ने पहले गिल और फिर रहाणे के अपनी मारक रिवर्स स्विंग पर स्टम्प उखाड कर भारतीय टीम को बैकफुट पर खड़ा कर दिया। ऋषभ पंत भी कुछ कमाल नहीं कर सके और 11 रन बनाने के बाद एंडरसन की गेंद पर मिड आफ में रूट के हाथों कैच कर लिए गए। पहली पारी में 85 रन की पारी खेलने वाले वाशिंगटन सुंदर बिना रन बनाए डॉम बेस की गेंद पर विकेटकीपर के द्वारा लपके गए।
इसके पूर्व पहले क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन दूसरी पारी में भारत ने एक विकेट पर 39 रन बनाए थे। दिन का खेल खत्म होने पर शुभमन गिल 15 जबकि चेतेश्वर पुजारा 12 रन बनाकर खेल रहे थे। हिट मैन रोहित शर्मा पहली पारी में भी फ्लॉप रहे थे और केवल 12 रन बनाकर आउट हुए। भारत को अंतिम दिन जीत के लिए 381 रन जबकि इंग्लैंड को नौ विकेट की दरकार थी। भारतीय टीम के बल्लेबाजों पर टेस्ट मैच को बचाने की बड़ी जिम्मेदारी थी। इंग्लैंड ने चौथे दिन सोमवार को अपनी दूसरी पारी में 178 रन पर आउट होकर भारत को 420 रन का लक्ष्य दिया था।
इंग्लैंड ने पहली पारी के आधार पर 241 रन की बढ़त हासिल की थी इंग्लैंड की ओर से कप्तान जो रूट ने 40 जबकि ओली पोप ने 28 रन बनाए। भारत की ओर से रविचंद्रन अश्विन ने छह विकेट हासिल किए। अश्विन का टेस्ट में यह 28वां 5 विकेट हॉल रहा था। भारतीय टीम अपनी पहली पारी में 337 रन ही बना पाई थी। भारत की पहली पारी में पुजारा ने 73 और पंत ने 91 रनों की पारी खेली थी।