उत्तर प्रदेश के मेरठ में शिक्षिका की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। 50 लाख की बीमा राशि और पत्नी से छुटकारा पाने के लिए पति ने उसका मर्डर कराया। पड़ोस में रहने वाले डॉक्टर ने पतिन के कहने पर शिक्षिका की तकिये से मुंह दबाकर हत्या की। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
शिक्षिता चंदा अरोड़ा (40) की शादी जून 2012 में मेरठ के शास्त्रीनगर सेक्टर-2 में रहने वाले टेंच व्यवसायी संजय लूथरा से हुई थी। बीते 20 फरवरी की रात चंद्र की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। लाश डीप फ्रीजर में रखी मिली। परिजनों ने चंदा के ससुरालवालों पर हत्या का आरोप लगाया था। 21 फरवरी को शव का पोस्टमार्टम हुआ जिसमें मौत की वजह स्पष्ट नहीं हुई। पुलिस ने बिसरा व हार्ट प्रिजर्व कर लिया। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने कोई केस दर्ज नहीं किया। हिरासत में लिए महिला के पति को भी छोड़ दिया था।
नींद की गोलियां खिलाकर की हत्या
संजय लूथरा के अनुसार, उसने पड़ोसी डॉक्टर रजत भारद्वाज को ब्याज पर 1.35 लाख रुपए उधार दिए थे। डॉक्टर रुपए नहीं लौटा रहा था। संजय ने डॉक्टर से कहा कि अगर वह उसकी पत्नी का मर्डर कर देगा तो रुपए नहीं मांगेगा। देनदारी से बचने के लिए डॉक्टर तैयार हो गया। संजन ने 20 फरवरी की रात पत्नी को नींद की गोलियां दी। रात करीब पौने 2 बजे पड़ोसी डॉक्टर छत के रास्ते उसके घर में आया। उस वक्त चंदा सो रही थी। डॉक्टर ने तकिये से मुंह दबाकर चंदा को मार डाला। संजय ने उसका फोटो खींच लिया। ऐसा करते हुए डॉक्टर ने उसे देख लिया और मोबाइल से फोटो डिलीट कर दिया।
बीमा राशि पाने व अवैद संबंध में हत्या
पुलिस के अनुसार, संजय अरोड़ा ने हत्या से एक दिन पहले ही चंदा अरोड़ा का 50 लाख रुपए का बीमा कराया था। यह बात भी सामने आई है कि संजय का किसी और महिला से अवैध संबंध था। बीमा का राशि पाने और अवैध संबंध के चलते उसने पत्नी के मर्डर की प्लानिंग बनाई। डॉक्टर ने इसलिए साथ दिया क्योंकि उस पर बकाया 1.35 लाख रुपए का तगादा खत्म हो जाता।