काबुल (एजेंसी) अफगानिस्तान ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में आतंकी संगठन तालिबान की मौजूदगी पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए इसे शांति प्रक्रिया के लिए खतरा करार दिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि पाकिस्तान में इस संगठन के प्रतिनिधियों और आतंकियों की मौजूदगी अफगानिस्तान की संप्रभुता का स्पष्ट उल्लंघन है। इससे युद्ध प्रभावित इस देश की शांति प्रक्रिया के लिए चुनौती खड़ी होगी।

अफगान विदेश मंत्रालय का यह बयान तालिबान के प्रतिनिधि अब्दुल घनी बरादर के उस वीडियो के जवाब में आया, जिसमें वह गत हफ्ते कराची में अपने आतंकी संगठन के कुछ सदस्यों को संबोधित करते दिखा था। मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान तालिबान आतंकियों को अफगानिस्तान के खिलाफ अपनी जमीन का इस्तेमाल करने से रोके। अफगान संकट को शांतिपूर्वक खत्म करने के लिए आतंकियों की सुरक्षित पनाहगाहों को बंद किया जाना चाहिए।

पांच जनवरी से फिर शुरू होगी शांति वार्ता

बता दें कि मुल्ला बरादर समेत तालिबान की वार्ताकार टीम गत हफ्ते पाकिस्तान के दौरे पर गई थी। इसी टीम के साथ अफगान प्रतिनिधियों की दोहा में शांति वार्ता चल रही है। फिलहाल दोनों पक्षों में वार्ता रुकी हुई है और पांच जनवरी से फिर बातचीत शुरू होगी। हाल ही में इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो जारी किया गया था, जिसमें बरादर कराची में तालिबान सदस्यों के बीच मौजूद था। उसने कहा कि तालिबान का अस्तित्व पाकिस्तान में भी है।

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