तालिबान ने अमेरिकी सेना का सहयोग करने वाले अफगान नागरिकों की हत्या का सिलसिला शुरू कर दिया है। सेना के साथ इंटरप्रेटर के रूप में काम करने वाला सोहेल पारदिस काबुल में रहता है। वह ईद पर खोस्त प्रांत जा रहा था। उसके वाहन को रास्ते में आंतकियों ने रोक लिया। पहले उसे गोली मारी और बाद में उसका सिर कलम कर दिया।

सीएनएन के अनुसार पारदिस के दोस्त ने बताया कि उसे तालिबानी आतंकी कुछ समय से धमकी दे रहे थे। वे कह रहे थे कि तुम अमेरिकी जासूस और उनकी आंख-कान हो। तुम्हें छोड़ा नहीं जाएगा। ज्ञात हो कि अमेरिका को भी इस बात की आशंका है, इसीलिये उसने वीजा प्रक्रिया तेज कर दी है। कुछ ही दिनों में ढाई हजार अफगान सहयोगी और उनके परिवार को अफगानिस्तान से ले जाने की योजना है। इन्हें वीजा प्रक्रिया पूरी होने तक वर्जीनिया के सैन्य अड्डे पर रखा जाएगा।

जून में जारी अपने एक बयान में तालिबान ने कहा था कि वह विदेशी ताकतों के साथ काम करने वालों को नुकसान नहीं पहुंचाएगा। तालिबान के एक प्रवक्ता ने सीएनएन को बताया कि वह घटना के बारे में अभी जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। उसने कहा कि कुछ घटनाएं वैसी नहीं हैं जैसी उन्हें दिखाई जाती हैं। लेकिन जिन लोगों ने सीएनएन से बात की, उन्होंने कहा कि उनकी जान अब खतरा है, क्योंकि तालिबान ने अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद बदला लेना शुरू कर दिया है।

तालिबान ने अफगान कामेडियन को मारा

कंधार प्रांत में तालिबान ने मशहूर कामेडियन नजर मोहम्मद की हत्या कर दी। वह खाशा ज्वान के नाम से प्रसिद्ध थे। अफगान सेना ने हवाई हमलों में बीस तालिबानी आतंकियों को ढेर कर दिया। आइएएनएस के अनुसार अफगान सेना ने कुंदूज शहर पर कब्जा करने आए तालिबानी आतंकियों को खदेड़ दिया है।

आठ हजार अफगान सहयोगियों को दिए जाएंगे वीजा

एएनआइ के अनुसार अमेरिकी सीनेट ने आठ हजार अफगान सहयोगियों को वीजा देने की स्वीकृति दे दी है। ये वीजा उन अफगान नागरिकों को दिए जाएंगे, जो बीस साल में अमेरिकी सेना के सहयोगी बनकर रहे हैं। इनमें दुभाषिषए, ड्राइवर, इंजीनियर या ऐसे ही सहयोगी रहे हैं।

चार माह में 36 हजार परिवारों का पलायन

एएनआइ के अनुसार, अफगान सरकार ने कहा है कि ब़़ढती हिसा से नागरिक दहशत में पलायन कर रहे हैं। पिछले चार माह में 36 हजार से ज्यादा परिवार पलायन कर चुके हैं।

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