इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (icmr) ने रैपिड एंटीबॉडी ब्लड टेस्ट को लेकर राज्यों को जारी एडवाइजरी में बदलाव करते हुए दो चाइनीज कंपनियों की रैपिड टेस्ट किट ( rapid test kit) का इस्तेमाल रोकने को कहा है। ये दो कंपनियां हैं, गुंझाऊ वूंडफो बायोटेक और झुआई लिवजन डायग्नोस्टिक्स।
आईसीएमआर ने यह कदम कई राज्यों की ओर से इन टेस्टिंग किट की गुणवत्ता को लेकर शिकायत के बाद उठाया है। आईसीएमआर ने कहा है कि उसने इन किट्स की जांच की। इनकी संवेदनशीलता में काफी भिन्नता देखी गई। राज्यों से कहा गया है कि वे इन दो कंपनियों के टेस्टिंग किट का इस्तेमाल रोक दें और सप्लायर्स को किट वापस भेज दें। इससे पहले आईसीएमआर ने राज्यों से दो दिन के लिए रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट्स का इस्तेमाल रोकने को कहा था। आईसीएमआर ने राज्यों को यह निर्देश देते हुए रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट्स उपलब्ध करायी है कि इनका इस्तेमाल सिर्फ सर्विलांस के लिए किया जाएगा। आईसीएमआर ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में कहा है कि कोविड-19 की जांच के लिए नाक या गले से स्वैब (swab )लेकर आरटी-पीसीआर सबसे बेहतर है। यह संक्रमण की जल्दी पहचान कर लेता है।
आईसीएमआर ने पूर्व सांसद उदितराज के ट्वीट (tweet) के जवाब देते हुए ट्वीट किया, ‘यह फेक न्यूज है’। आईसीएमआर की ओर से आरटी-पीसीआर के लिए 740-1150 रुपए का रेंज स्वीकृत है, जबकि रैपिट टेस्ट के लिए 528-795 रुपये का। कोई भी टेस्ट किट 4500 रुपए में नहीं खरीदी गयी।
सोमवार को मृतकों की तादाद में उछाल
इस बीच सोमवार को कोरोना से मरने वालों की संख्या में रेकार्ड उछाल आया। 60 लोगों ने जान गंवा दी। यह तादाद खतरे की ओर इशारा भी कर रही है। नए संक्रमितों की तादाद 1463 रही जबकि रिकवरी का प्रतिशत 22 रहा जिसे राहत भरा कहा जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने नियमित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि देश में संक्रमण के मरीजों का रिकवरी रेट 22 फीसदी हो गया है यानी 10 दिन के दौरान इसमें करीब 10 फीसदी का इजाफा हुआ है। मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि संक्रमितों की संख्या 28380 हो गई जबकि मरने वालों की तादाद 890 हो चुकी है। अब तक 6184 लोग ठीक हो गये हैं। 85 जिलों में पिछले 14 दिनों से कोई केस नहीं आया है। महाराष्ट्र में संक्रमितों का आकड़ा आठ हजार पार कर गया जबकि गुजरात में 3300 पीड़ित हो गए हैं। दिल्ली में 2900 संक्रमित हैं। यूपी में दो हजार पीड़ितों की तादाद हो चुकी है।
गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्यसलिला श्रीवास्तव ने कहा कि आर्थिक व्यवस्था सही करने के लिए लॉकडाउन में छूट दी गई थी। 26 अप्रैल तक 80 प्रतिशत से अधिक गेहूं की कटाई हो चुकी है। 80 प्रतिशत मंडियों का संचालन शुरू हो गया है। दाल और तिलहन की खरीदारी जारी है। 80 हजार से ज्यादा किसान और 70 हजार से ज्यादा व्यापारी ऐप पर पंजीकृत हैं।