भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और वर्तमान बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को आज अपोलो अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। इस महीने में उनकी दूसरी एंजियोप्लास्टी हुई है। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया है कि उनकी तबीयत अब एकदम ठीक है। 27 जनवरी को सौरव गांगुली की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें कोलकाता के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह यहां क्रिटिकल केयर यूनिट मे भर्ती किए गए थे। इसके बाद पूर्व भारतीय कप्तान की गुरुवार को दूसरी एंजियोप्लास्टी की गई थी और उनके दिल की धमनियों में दो स्टेंट लगाए गए थे।
डिस्चार्ज होने के बाद डॉक्टरों की सलाह के अनुसार, अगले कुछ दिन उन्हें घर में ही आराम करना पड़ेगा और स्वास्थ्य संबंधी कई नियमों का सख्ती से पालन करना होगा, जिनमें खानपान मुख्य रूप से शामिल है। इससे पहले सौरव गांगुली को इस महीने की शुरुआत में 2 जनवरी को जिम करने के दौरान सीने में दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद उनको वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह पांच दिन तक अस्पताल में रहे थे।
पहली बार एंजियोप्लास्टी के बाद अस्पताल से छुट्टी दिए जाने के बाद उनकी सेहत पर प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट देवी शेट्टी ने कहा था कि वो बेहिचक मैराथन दाैड़ में हिस्सा भी ले सकते हैं और विमान भी उड़ा सकते हैं। इसके अलावा वो अपने हर सपने और इच्छा को पूरा कर सकते हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि वे एक सामान्य व्यक्ति की तरह कसरत भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि गांगुली को कोई बड़ी दिक्कत नहीं है। यह ऐसी दिक्कत है जो ज्यादातर भारतीयों को किसी ना किसी मोड़ पर होती है।
भारत के सफलतम कप्तानों में से एक सौरव गांगुली ने अपने इंटरनेशनल करियर में 113 टेस्ट, 311 वनडे मैच खेले हैं। उन्होंने वनडे में 11,363 और टेस्ट में कुल 7,212 रन बनाए हैं। उन्होंने भारत के लिए 49 टेस्ट और 147 वनडे मैचों में कप्तानी की है। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने कई सफलताएं हासिल की हैं। 1983 के बाद 2003 में वर्ल्ड कप के फाइनल तक टीम इंडिया गांगुली की कप्तानी में ही पहुंची थी।