वाराणसी। पुलवामा हमले में शहीद काशी के लाल रमेश यादव की गौरवगाथा लोग भूल न जाएं इसके लिए काशीवासियों ने तिरंगा यात्रा निकाली ।

देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले रमेश यादव के गांव में देशभक्ति से लबरेज युवाओं ने अपने भाई की शहादत को सलाम करने के लिए तिरंगा यात्रा निकाली। तिरंगा यात्रा में शहीद रमेश के साढ़े तीन बरस का बेटा आयुष सबसे आगे रहा। तिरंगा थामे शहीद के बेटे को देख ग्रामवासियों की आँखे नम हो गई।

शहीद के पिता श्यामनारायण यादव ने बताया कि रमेश की मां राजमति, बहन सरोजा और बड़े भाई राजेश नोएडा में एक आयोजन में गए हैं। शहीद रमेश की पत्नी ने घर पर ही रहकर पूजा की।

दूध बेचकर घर का खर्च चला रहे शहीद के पिता के लिए अब उनका पौत्र आयुष ही सब कुछ है। उनकी इच्छा बस इतनी सी है कि बेटे ने तो देश के लिए बलिदान कर दिया, अब आयुष की परवरिश अच्छे से हो जाए। उसकी पढ़ाई-लिखाई के लिए सरकार कदम उठाए ताकि वह भी अपने पिता की तरह देश का नाम रोशन कर सके।

वहीं शहीद रमेश के साढ़े तीन के बेटे आयुष को क्या पता कि उसके पिता एक सितारे की तरह चमक रहे हैं। आयुष खुद से बताता है कि उसके पापा ड्यूटी पर गए हैं। वो जल्दी आएंगे और उसके लिए खूब सारी टाफी-खिलौने लाएंगे। 

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