विशेष संवाददाता
कोरोना महामारी की आपाधापी और दहशत के बीच मजबूरी में अपने घर वापस आये श्रमिक अब कहीं अपनो के लिए ही परेशानी का सबब तो नहीं बनते जा रहे हैं ? क्योंकि ताज़ातरीन आंकड़ें तो बेहद चौकाने वाले हैं।
कहीं ये बीमारी के गांवों में पहुचने का संकेत तो नही…
प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के साथ बढ़ रहा है कोरोना ग्राफ
हर राज्य में प्रवासियों से जुड़े पॉजिटिव मामलों में इजाफा दर्ज
ओडिशा में 3 मई के बाद 300 केस प्रवासियों से जुड़े दर्ज हुए
झारखंड में 5 मई के बाद 58 कोरोना केस, 48 प्रवासियों से जुड़े
लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूरों और कामगारों की घर वापसी तेज हो गई है। दूसरे राज्यों में फंसे मजदूर अपने घरों को लौट रहे हैं। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से रोजाना यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश समेत तमाम राज्यों में प्रवासी मजदूरों के लौटने का सिलसिला जारी है। इन सबके बीच कोरोना का बढ़ता ग्राफ चौंका रहा है। ओडिशा से लेकर हिमाचल और उत्तराखंड से लेकर झारखंड तक कोरोना के मामलों में उछाल देखा जा रहा है। तकरीबन हर राज्य में प्रवासियों के कोरोना संक्रमित होने के केस बढ़ते जा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों के आंकड़ों पर एक नजर:
ओडिशा में 300 से ज्यादा प्रवासी पॉजिटिव
ओडिशा में बुधवार को सामने आए 101 नए कोरोना मामलों में से 90 प्रवासियों से जुड़े हैं। 3 मई के बाद राज्य में 376 पॉजिटिव केस पता चले हैं। इसी दिन से प्रवासियों ने बसों और श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से घर वापसी शुरू की थी। जो नए मामले सामने आए हैं, उनमें से 300 से ज्यादा केस गुजरात, केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल से लौटे प्रवासी मजदूरों से जुड़े हैं। अकेले गंजाम जिले में ऐसे 210 से ज्यादा केस हैं। इनमें से ज्यादातर वे प्रवासी मजदूर-कामगार हैं जो गुजरात के सूरत से लौटे हैं। यही वजह है कि मंगलवार को 437 के आंकड़े से बढ़कर बुधवार को राज्य में कोरोना मरीजों की तादाद 538 पहुंच गई।
स्पेशल रिलीफ कमिश्नर प्रदीप कुमार जेना का कहना है, ‘पॉजिटिव मामलों में बढ़ोतरी की आशंका पहले से थी। लेकिन अभी यह चिंता की बात नहीं है क्योंकि लौटने वाले लोगों को क्वारंटीन सेंटर में रखा जा रहा है और अभी वे स्थानीय आबादी से घुले-मिले नहीं हैं।’ 3 मई के बाद से ओडिशा में 37 ट्रेनों और तकरीबन 400 बसों के जरिए 70 हजार प्रवासियों को घर लाया गया है।
बिहार में ज्यादातर नए केस प्रवासियों से जुड़े
बिहार में भी प्रवासियों का कोरोना डेटा डरा रहा है। 5 से 10 मई के बीच लौटने वाले 190 कामगार और मजदूर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके अलावा 11 और 12 मई को प्रवासियों से जुड़े 183 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। राज्य के प्रमुख सचिव संजय कुमार का कहना है, ‘ज्यादातर नए केस प्रवासी मजदूरों से जुड़े हुए हैं। बिहार में कोरोना मरीजों के आंकड़े में 8 मई के बाद तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसी दिन से राज्य में प्रवासियों की रैंडम टेस्टिंग शुरू हुई थी।’
झारखंड में 5 मई के बाद 5 गुना इजाफा दर्ज
बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में भी प्रवासियों के कोरोना से जुड़े मामलों में इजाफा हो रहा है। खास तौर से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से लौटने के बाद सामने आ रहे आंकड़ें चिंता बढ़ा रहे हैं। राज्य में 8 मई को सबसे बड़ा उछाल देखा गया था, जब गिरिडीह जिले में 20 और कोडरमा में 2 प्रवासी पॉजिटिव पाए गए। इससे पहले सिर्फ एक बार 27 अप्रैल को रांची में कोरोना के 20 पॉजिटिव मामले दर्ज हुए थे। 28 अप्रैल से 4 मई के बीच राज्य में सिर्फ 12 नए केस सामने आए थे। लेकिन अब इस आंकड़े में पांच गुना का इजाफा हुआ है। 5 मई के बाद से 58 पॉजिटिव केस पता चले हैं। इनमें से 48 केस प्रवासियों से जुड़े हैं।
यूपी में भी प्रवासियों से जुड़े कोरोना केस बढ़े
देश भर के दूसरे राज्यों में मजदूरी करने वाले श्रमिकों को वापस लाने के लिए चलाए जा रहे अभियान में यूपी पहले नंबर पर है। बुधवार तक यूपी के श्रमिकों को लेकर 301 स्पेशल ट्रेनें अलग-अलग जिलों तक पहुंच चुकी हैं। इनसे 3.61 लाख से भी ज्यादा मजदूर अपने घर आ चुके हैं। महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, गुजरात सहित कई राज्यों से यूपी के मजदूरों के लिए स्पेशल ट्रेनों का सिलसिला लगातार चल रहा है। बुधवार को यूपी के कई जिलों से मजदूरों के कोरोना संक्रमित मिलने की खबर आई। लखीमपुर में 9 नए पॉजिटिव केस प्रवासियों से जुड़े हैं। ये लोग मुंबई के धारावी से आए थे। इसी तरह इटावा जिले में गुजरात के अहमदाबाद से आई श्रमिक एक्सप्रेस में एक कोरोना पॉजिटिव मिला है। वह ट्रेन से अपने परिवार के 10 लोगों के साथ लौटा था। औरैया जिले में अहमदाबाद से लौटे 2 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। संतकबीरनगर जिले में मुंबई से आए शख्स ने स्क्रीनिंग सेंटर के बाहर दम तोड़ दिया था। मृतक की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है।
इसी तरह मंगलवार को सुलतानपुर जिले में अहमदाबाद से ट्रक के जरिए पहुंचे चार लोग पॉजिटिव मिले थे।
उत्तराखंड आए 3 प्रवासी कोरोना पॉजिटिव
उत्तराखंड में भी दूसरे राज्यों से आए प्रवासियों के आंकड़े चौंका रहे हैं। यहां लौटे प्रवासियों में से 3 नए कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। कोरोना संक्रमितों में देहरादून, नैनीताल और अल्मोड़ा में एक-एक मरीज शामिल हैं। इसके साथ ही राज्य में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 72 हो गई। अल्मोड़ा और उत्तरकाशी में आए एक -एक प्रवासी युवक को छोड़कर शेष पहाड़ी जिले अभी तक पूरी तरह कोरोना से मुक्त हैं। वहीं राज्य में 46 पॉजिटिव मरीज इलाज के बाद ठीक हो गए हैं। उत्तराखंड राज्य कोरोना कंट्रोल रूम के मुताबिक जो 3 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं, उनमे पहला मामला राजधानी देहरादून का है। यहां 60 वर्षीय महिला कोरोना संक्रमित पाई गई। वह दिल्ली से इलाज कराकर लौटी थी। दूसरा केस अल्मोड़ा जिले का है, जहां एक संक्रमित 27 वर्षीय युवक गुड़गांव से रानीखेत लौटा था। तीसरा पॉजिटिव केस नैनीताल जिले का है जो कि महाराष्ट्र के अमरावती से उत्तराखंड आया।
इसी तरह बीते रोज नैनीताल जिले के हल्द्वानी में गुरुग्राम से आई एक 23 वर्षीय युवती में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके पहले उत्तरकाशी में डुंडा के एक प्रवासी युवक को पॉजिटिव पाया गया।
हिमाचल में 4 मई के बाद लौटे 16 संक्रमित
लॉकडाउन के बीच दूसरे राज्यों से लौट रहे प्रवासियों ने हिमाचल प्रदेश सरकार के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। यहां बुधवार को 29 साल का युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है। इसके साथ ही राज्य में कोरोना के कुल 68 मामले हो गए। विशेष सचिव निपुण जिंदल ने बताया कि कांगड़ा के पालमपुर के इस शख्स ने 29 अप्रैल को गुरुग्राम की यात्रा की थी। उसमें लक्षण सामने आए और दवाएं देने के बाद उसका स्वास्थ्य सुधरने लगा है। मंगलवार को भी राज्य में जो 7 कोरोना पॉजिटिव मिले थे, उनमें से 4 लोग दिल्ली और पंजाब से लौटे थे। प्रदेश में 4 मई से अभी तक कोरोना के जो 25 मरीज सामने आए हैं, उनमें से 16 ऐसे हैं, जो दूसरे राज्यों से लौटे हैं। इनमें से 12 दिल्ली से लौटे हैं जबिक बाकी 4 हरियाणा के पंचकूला, गुरुग्राम, पंजाब के जालंधर और गुजरात के अहमदाबाद से लौटे हैं। नए सामने आए मामलों में 4 कांगड़ा जिले से हैं। इनमें से एक मरीज जालंधर से टैक्सी से आया था। वहीं एक पालमपुर से, एक पंचकूला से और एक मरीज जमनाबाद से वापस लौटा था।