मुख्य मंत्रियों के साथ टेलीकांफ्रेंसिंग के दौरान पीएम मोदी ने फिर अपील की कि धार्मिक आयोजनों में भीड़ न पहुंचे और लोग सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति जागरुक हों और इसके लिए धर्मगुरुओं का सहयोग लिया जाए।
उन्होंने कहा कि अब अगले कुछ हफ्तों तक टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आइसोलेशन और क्वारंटीन पर फोकस रहना चाहिए ताकि वायरस के फैलाव को रोका जा सके। मेरी सीएम साहबान से अपील है कि वे धर्मगुरुओं से बात करें कि वे अपने समुदाय के लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में जागरूक करें और धार्मिक आयोजनों से बाज रहें।
उद्धव ठाकरे के सुझाव पर पीएम की मुख्यमंत्रियों से अपील
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय ने गुरुवार को बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी को सुझाव दिया कि सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को धार्मिक नेताओं से बातचीत करनी चाहिए। ठाकरे ने सुझाव दिया कि धार्मिक नेताओं से कहा जाना चाहिए कि वे बड़ी भीड़ इकट्ठी करने से दूरी बनाएं। इस सुझाव को प्रधानमंत्री मोदी ने स्वीकार किया। यह भी कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने ठाकरे की उस बात का भी समर्थन किया कि लॉकडाउन की अवधि के दौरान नागरिकों को अच्छे मेंटल हेल्थ में रहने की जरुरत है।
लॉकडाउन के बाद भी भीड़ न हो, इसके लिए साझा रणनीति बनाएं
वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा कि अब कोरोना वायरस के मरीजों के लिए अलग और खास अस्पतालों को सुनिश्चित करने की जरुरत है। साथ ही जब लॉकडाउन खत्म होगा, उसके बाद लोग बड़ी तादाद में बाहर न निकलने लगे, इसके लिए साझा रणनीति की दरकार है। मुख्यमंत्रियों से धर्म गुरुओं से बात करने संबंधी प्रधानमंत्री मोदी की अपील इस मायने में काफी अहम है कि कुछ जगहों पर लोग सहयोग के बजाय स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला कर रहे हैं। इंदौर से लेकर देश के तमाम हिस्सों से इस तरह की तस्वीरें आ रही हैं। इसे लेकर पीएम चिंतित हैं।