मुंबई (एजेंसी) । शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा कि छोटे राजनीतिक कद के नेताओं ने शरद पवार को शीर्ष पर जाने से रोका। कांग्रेस के पूर्व नेता पवार ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर 1999 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का गठन किया था। पवार का आज 80वां जन्मदिन है। उन्होंने दावा किया कि अगर कांग्रेस में चुनाव हुए होते तो 80 फीसदी वोट पवार के पास होते।
राउत ने नासिक में पत्रकारों से कहा, ”पवार की योग्यता और गुण उनकी राजनीतिक यात्रा में एक अवरोधक बन गये। उन्होंने कहा, ”छोटे कद के नेताओं को उनसे डर था और उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि वह शीर्ष पर न पहुंचे।” शिवसेना के नेता ने कहा, ”पवार को बहुत पहले ही प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिलना चाहिए था। आज वह 80 वर्ष के हैं। लेकिन वह ऐसे नेता है जिसके लिए उम्र कोई बाधा नहीं है।”
कांग्रेस के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा कि राजनीतिक दलों का सफाया नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि एक समय में भाजपा के केवल दो सांसद थे। उन अटकलों पर कि पवार संप्रग के अध्यक्ष बन सकते हैं, राउत ने कहा कि अगर महाराष्ट्र का कोई नेता कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन का प्रमुख बन जाता है, तो ”हमें खुशी होगी।”
दिल्ली की सीमाओं पर नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन पर राउत ने कहा कि यदि केन्द्र सरकार ”दो कदम पीछे हट जायेगी तो इससे उसकी प्रतिष्ठा प्रभावित नहीं होगी। उन्होंने कहा, ”संसद में इन कानूनों पर पुन: बहस करें। समझें कि किसान इन कानूनों को निरस्त करने के लिए क्यों कह रहे हैं।”