मध्यप्रदेश सरकार से बर्खास्त छह मंत्रियों के इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिए हैं। इसी के साथ सदन में कांग्रेस सदस्यों की संख्या 108 रह गई है। उधर उड़ती खबर यह भी कि राज्यपाल ने स्पीकर से कहा है कि कल शाम पांच बजे तक सरकार को बहुमत साबित करने का निर्देश दें। जिनका इस्तीफा स्वीकार हुआ है उनमें इमारती देवी, तुलसीराम सिलावट, गोविंद सिंह, महेंद्र सिसोदिया, प्रदुम्न तोमर और प्रभुराम चौधरी हैं। खबर तो यह भी है कि स्पीकर एनपीए प्रजापति ने विधायकों को कल शाम तक पेश होने का नोटिस भी दिया है।
फ्लोर टेस्ट की वीडियोग्राफी की मांग
उधर मध्यप्रदेश में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच भाजपा ने राज्यपाल लालजी टंडन को शनिवार को ज्ञापन सौंप कर विधानसभा का सत्र बुलाकर कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस नीत सरकार को अविलंब विश्वास मत साबित करने के निर्देश देने की मांग की। इतना ही नही, उस कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी करने की मांग की गई।
भाजपा विधायक एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव एवं भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक नरोत्तम मिश्रा के साथ राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के बाद कहा कि हमने राज्यपाल से अल्पमत में आई कमलनाथ सरकार को अविलंब विश्वास मत सिद्ध करने के निर्देश देने की मांग की है।” उन्होंने कहा,”हमने राज्यपाल से यह भी अनुरोध किया है कि विश्वास मत पर मतदान ध्वनि मत से न होकर डिवीजन एवं बटन दबाकर किया जाए तथा सदन की सारी कार्यवाही की वीडियोग्राफी की जाए।