सीईओ की देखरेख में विधिविधान से कार्य संपन्न

एनडीआरएफ की देखरेख में परिवार के सदस्य मय सामान शिफ्ट

वाराणसी। रंगभरी एकादशी पर महंत परिवार के आवास से निकलने वाली बाबा विश्वनाथ, माता गौरा, उनके पुत्र गणेश की पंच बदन चल रजत प्रतिमाओं को विधि विधान सै पूजन के साथ मंदिर परिसर में रखा गया।

उल्लेखनीय है कि महंत कुलपति तिवारी के परिवार के आवास के पीछे का कुछ हिस्सा बुधवार की सुबह अचानक भरभरा कर गिर गया था। इससे उस भवन में रह रहे परिवार की घर गृहस्थी का सामान मलबे में दब गया।

इसकी जानकारी मिलते ही मंदिर के सीईओ श्री विशाल सिंह सहित सभी अधिकारी सुबह ही महंत परिवार की व्यवस्था में जुट गए। मंदिर प्रशासन ने तत्काल एनडीआरएफ की टीम को लगाकर जहां परिवार को सुरक्षित स्थान पर पहुचाने का प्रबंध किया, वहीँ बची हुई गृहस्थी के सामान को मंदिर के सेवादारों को लगाकर सुरक्षित निकलवाया। इसके बाद परंपरागत रूप से रंगभरी एकादशी पर्व पर निकलने वाली बाबा विश्वनाथ की पंच बदन चल रजत प्रतिमा सहित अन्य पूजन कार्य में प्रयोग होने वाले सामानों को मंदिर के सीईओ की देखरेख में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मंदिर परिसर में सुरक्षित रखवाया गया। डमरू दल व विद्वानों के मंत्रोच्चार के बीच पूजन के परंपरागत सामान को सुरक्षित रखने के साथ ही उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी करायी गयी। मंदिर के मुख्य कार्यपालक श्री विशाल सिंह ने बताया कि बाबा विश्वनाथ की बहुत बड़ी कृपा रही कि पूजनीय परिवार के सभी लोग सुरक्षित हैं। इसकी जानकारी मिलने के बाद सुबह से ही एनडीआरएफ की टीम को मकान के पास तैनात कर दिया गया था सारे सामानों की शिफ्टिंग मंदिर के अधिकारियों और एनडीआरएफ की देखरेख में प्रशिक्षित मजदूरों द्वारा की गयी। वहीं उनके परिवार को भी सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। ऐसी कोई अप्रिय घटना न हो इसलिए मंदिर प्रशासन की ओर से कॉरिडोर के सभी जर्जर मकानों को खाली करने को कह दिया गया है।

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