लखनऊ । उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने  किसी का नाम लिए बिना कहा के कांग्रेस के एक नेता दिल्ली में राजघाट पर मौन धारण कर बैठ गई हैं जबकि उनके मुख से निकले भाषण उन्माद और हिंसा पैदा कर रहे है। 

उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम वंचितों को अधिकार देने के लिए है न की किसी व्यक्ति के अधिकार छीनने या कम करने के कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम के नाम पर अराजकता करने वाले लोगों से सरकार सख्ती से निपटेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुई हिंसात्मक घटनाओं में बाहरी तत्वों के शामिल होने के साक्ष्य मिले हैं और ऐसे तत्वों के विरुद्ध पुलिस कार्रवाई करेगी। 

डा. शर्मा ने नागरिकता संशोधन बिल की आड़ में एनआरसी को लेकर लोगों के बीच भय और हिंसा का वातावरण बनाने के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया है। 
 

 सपा पर भी जम कर निशाना साधा

रविवार को राजधानी के लोक भवन में पत्रकारों से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा और कहा कि वह एनआरसी जो अभी अस्तित्व में भी नहीं आया उसको लेकर भ्रम और भय का वातावरण तैयार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कह रहे हैं कि एनआरसी के लिए लोगों को लाइन लगानी पड़ेगी।

डॉ. शर्मा ने सख्त लहजे में कहा कि सरकार शांति व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं करेगी और इसे प्रभावित करने वालों के साथ सख्ती से निपटेगी।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से पूछना चाहता हूं कि एनआरसी का उनका विरोध क्या है। सम्भल व कानपुर में सपा के विधायक,सांसद उपद्रवियों के साथ खड़े हुए देखे गए। विपक्ष अपनी जिम्मेदारियों से बच रहा है।

विपक्ष को उपद्रवियों की निंदा करनी चाहिए। यह भी कहा कि किसी भी निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी। इसके लिए सरकार का स्पष्ट निर्देश है। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि प्रदेश के 21 जिलों में घटना हुई। 15 लोगों की मृत्यु हुई है। 124 अभियोग अभी तक दर्ज किया गया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here