वाराणसी। सरकार और प्रशासन भले ही रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार को रोकने के लाख वादे करे लेकिन फिर भी शातिर रिश्वतखोर अपने काले करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ताज़ातरीन वाकया शहर के पांडेयपुर स्थित ईएसआइसी अस्पताल से आया है जहाँ से विभिन्न पदों पर संविदा में नियुक्ति के लिए घूस मांगने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस संबंध में दो दर्जन से अधिक अभ्यर्थियों ने कर्मचारी राज्य बीमा निगम, मुख्यालय नई दिल्ली के मुख्य सतर्कता अधिकारी के साथ ही अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक से भी लिखित शिकायत की है। उनका आरोप है कि नियुक्ति के लिए कंपनी की ओर से 50 हजार कैश मांगा जा रहा है।

पहले भी आ चुके हैं भ्रष्टाचार के मामले

वैसे इससे पहले भी कंपनियों द्वारा इस तरह की करतूत करने के मामले उजागर होते रहे हैं। वहीं इस मामले को संज्ञान में लेते हुए अस्पताल प्रशासन ने संबंधित कंपनी से जवाब भी मांगा है।

मुख्य सर्तकता अधिकारी को लिखे गए शिकायती पत्र में विशाल, अंजली, वर्षा, लीता यादव, कंचन यादव, आयुषी, चंदा कनौजिया, नेहा कुमारी, प्रियंका, माया, सुनीता, रविशंकर, सुधा यादव अनिता, अजय, पूजा मौर्या, पुष्पा, गोपाल चौरसिया, योगेंद्र यादव, आशीष वर्मा आदि के हस्ताक्षर है। मालूम हो कि मेसर्स सन फैसिलिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की ओर से अस्पताल में 100 नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला था। इसके सापेक्ष सैकड़ों अभ्यिर्थियों ने आवेदन किया था, जिसकी कंपनी ने शार्ट लिस्टिंग की थी।

उम्मीदवार ने जारी किया ऑडियो

एक अभ्यर्थी आशीष ने कंपनी के किसी कर्मचारी द्वारा 50 हजार कैश मांगने का ऑडियो जारी किया। इसमें शुरूआत में कंपनी की ओर से एक कर्मचारी बिना नाम बताए बोलता है कि हैलो, आपने ईएसआइसी अस्पताल में नौकरी के लिए आवेदन किया था। दूसरी ओर आवेदन ने जी हां, कहा। …।

50 हज़ार लाना नौकरी मिल जाएगी

फिर कंपनी की ओर से कहा जाता है, सर आपको वहीं आना हैं जहां इंटरव्यू दिए थे। आपको 50 हजार कैश लाना है आपको ज्वाइनिंग लेटर मिल जाएगा। साथ में 10 रुपये का स्टांप लेटर भी। सर, 50 हजार कैश किसलिए? बता देंगे। उधर से कर्मचारी बोलता है, ‘आपको रखने के लिए’।

प्राइवेट कंपनी ने झाड़ा पल्ला

हालांकि मेसर्स सन फैसिलिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सीईओ आरके तिवारी ने कहा है कि इस ऑडियो से उनकी कंपनी का कोई नाता नहीं है। बताया कि हमारी कंपनी को बदनाम करने के लिए पुरानी कंपनी की ओर से साजिश रची जा रही है। दावा किया कि उनकी कंपनी की ओर से जो भी नियुक्ति की जा रही है पूरी मानक के साथ गुणवत्ता युक्त की जा रही है। अभ्यर्थियों द्वारा लगाया जा रहा आरोप निराधार है।

अस्पताल को कोई लेनादेना नहीं

ईएसआइसी अस्पताल, पांडेयपुर के चिकित्सा अधीक्षक डा. अभिलाष पीबी से इस मामले में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि संविदा पर नियुक्त से अस्पताल का कोई लेनादेना नहीं है। यह निजी कंपनी कर रही है। फिर इस मामले में शिकायत मिलते ही संबंधित कंपनी से जवाब मांगकर जांच शुरू कर दी गई है।

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