मेरठ। रालोद प्रमुख चौधरी जयंत सिंह की पत्नी चारू चौधरी के ट्विटर एकाएंट से की गई एक पोस्ट पर केंद्रीय मंत्री डा. संजीव बालियान ने हमला बोलते हुए कहा कि इस ट्वीट से साफ है कि चौधरी जयंत और चारू ने चुनाव से पहले ही हार मान ली है। उन्हें अब हिंदू-मुस्लिम की याद आ रही है जबकि जाट समाज यह अपमान कभी नहीं भूलेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रालोद कार्यकर्ताओं द्वारा जगह-जगह विरोध से साफ है कि गठबंधन चुनावी जमीन गंवा चुका है।
डा. बालियान ने गुरुवार को कहा कि पश्चिमी यूपी में 21 को नामांकन का अंतिम दिन है। दूसरी ओर सपा-रालोद का घमासान बढ़ता ही जा रहा है। जनता ने गठबंधन के प्रत्याशियों को चुनाव से पहले ही नकार दिया है। रालोद मुखिया अपनी खीझ जाट समाज पर निकाल रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने चौधरी जयंत को लेकर प्रश्न किया कि ‘जब मुजफ्फरनगर में दंगे हुए थे, उस समय वह कहां थे? केंद्रीय मंत्री डा. बालियान ने कहा कि रालोद के अंदर भारी विरोध से प्रत्याशियों को बदलना पड़ रहा है। इसकी वजह से रालोद प्रमुख की पत्नी ने भावनात्मक कार्ड के जरिए वोटरों को साधने का प्रयास किया है, जो सफल नहीं होगा। डा. संजीव ने पूछा कि जब कैराना से पलायन हो रहा था, तब उनके आंसू कहां थे। कहा कि जाट समाज अपमान नहीं भूलेगा, इसीलिए हर जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। वोट सिर्फ सुशासन को जाएगा। संजीव बालियान ने सपा पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया।
गुरुवार दोपहर को चारू चौधरी नाम के ट्विटर एकाउंट से दो ट्वीट हुए थे। एक में कहा गया था कि आखिर आप लोगों ने अपने भाई को रुला ही दिया, चौधरी अजित सिंह जी की याद दिला ही दी। जबकि दूसरे ट्वीट में लिखा था कि लखनऊ में अगर गुड़ चना बांटना है तो हिंदू-मुस्लिम के झगड़े को छोड़ एक होकर लड़ना होगा। हालांकि दोपहर बाद इसी ट्विटर एकाउंट के सामने पैरोडी एकाउंट लिखा आने लगा। बताया गया कि यह चारू चौधरी का आधिकारिक एकाउंट नहीं है। इधर पैरोडी एकाउंट के संबंध में केंद्रीय मंत्री बालियान ने कहा कि मैंने भी एकाउंट देखा था, उसमें पैरोडी जैसा कुछ नहीं लगा ।