कांग्रेसी सांसद ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा

नई दिल्ली। कांग्रेस के नेता एवं राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से पाकिस्तान में धार्मिक प्रताड़ना झेल रहे अहमदिया समुदाय को भी नये नागरिकता कानून के दायरे में लाने की रविवार को अपील की। बाजवा ने कोविंद को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया।

संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ बड़े पैमाने पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच बाजवा ने कहा कि सरकार को अहमदियों के लिए मानवीय कदम उठाने की जरूरत है, जिन्हें लगातार प्रताड़ना के कारण पाकिस्तान से भागना होगा। बाजवा ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा, “भारत का स्वभाव प्रताड़ना झेलने वालों का संरक्षण करने का रहा है। आधुनिक भारत के पूरे इतिहास में हम एक ऐसा राष्ट्र बनाने के लिए प्रयासरत रहे हैं, जो विविधता में एकता का समर्थन करता है। हमने अल्पसंख्यकों को संरक्षण दिया है और हमारे लोकतांत्रिक संस्थानों में इन विशेषताओं को लाने की पूरी कोशिश की है।”

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का 150वीं जयंती वर्ष होने के कारण, “मैं आपसे इसे सरकार के ध्यान में लाने की अपील करता हूं। यह मेरी उम्मीद है कि सरकार उन लोगों की रक्षा करना जारी रखेगी, जो दबाए गए और हमारे आस-पास प्रताड़ित हो रहे हैं और इच्छा है कि आपके निर्देशों के तहत संशोधित नागरिकता कानून का दायरा बढ़ाया जाए।” बाजवा ने कहा कि सीएए पर और विचार किए जाने की जरूरत है क्योंकि यह हमारे पड़ोस में प्रताड़ना का सामना कर रहे, अनगिनत समुदायों की बात नहीं करता।

सरकार साढ़े छह सौ से ज्यादा को नागरिकता प्रदान कर चुकी है

साँसद का यह अनुरोध इसलिए वाजिब है कि अहमदियो को पाकिस्तान गैरमुस्लिम घोषित कर चुका है। वैसे साढ़े छह सौ से ज्यादा इस जमात को सरकार भारतीय नागरिकता प्रदान कर चुकी है।

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