नई दिल्ली, 10 नवंबर 2021, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के अंतर्गत केंद्रीय कृषिरत महिला संस्थान,भुवनेश्वर के पोषण अभियान के तहत 13 राज्यों के 23 जिलों में 75 न्यूट्री स्मार्ट विलेज कार्यक्रम का शुभारंभ आज केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया। इस अवसर पर श्री तोमर ने आह्वान किया कि एक भारत-श्रेष्ठ भारत बनाने के लिए हमारी कोई भी माताएं-बहनें व बच्चे कुपोषित नहीं रहना चाहिए, यह सभी का संयुक्त दायित्व है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी दुनिया में भारत को अग्रणी देश बना रहे हैं और उन्होंने लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के उद्देश्य से फसलों में न्यूट्रिशन वैल्यू ज्यादा रहने पर जोर दिया है। भारत के प्रयासों से ही संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स घोषित किया है।
भारत की आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि पोषक तत्व बढ़ाने में हमारे मोटे अनाज का बहुत महत्व है। ये स्वास्थ्य को मज़बूती देते हैं। पहले गरीब भी इनका सेवन करते थे लेकिन धीरे-धीरे प्रकृति के साथ तालमेल टूटते जाने के साथ और भौतिकता की अंधी दौड़ में भोजन की थाली से पोषक तत्व कम होते गए, जिन्हें फिर से बढ़ाना जरूरी है। उन्होंने, पोषकता को बढ़ावा देने के सिलसिले में, प्रधानमंत्री जी के आह्वान के अनुरूप आयोजित इस कार्यक्रम की प्रशंसा की और कहा कि प्रकृति ने हमें हर वह वस्तु उपलब्ध कराई है, जिसकी मानव शरीर व मानव जीवन में आवश्यकता है। प्रधानमंत्री जी के दृढ़ संकल्प के कारण हमारा देश खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) हो गया है, इसी तरह कुपोषण से भी सभी को मिल-जुलकर निपटना होगा। परिवार, समाज, प्रदेश-देश सबका समन्वित रूप से यह परम लक्ष्य होना चाहिए।
श्री तोमर ने कहा कि इन 75 न्यूट्री स्मार्ट विलेज के माध्यम से गांवों में पोषकता बढ़ाने की श्रृंखला बनाई जाना चाहिए। इन गांवों में प्रकृति प्रदत्त वस्तुओं को बढ़ावा देने के साथ ही प्राकृतिक बेहतर किस्म के बीजों का वितरण किया जाएं, ताकि आगे सभी उपज भी पोषकता से भरपूर हो। इन गांवों में ग्रामीण विकास व अन्य मंत्रालयों के सहयोग से मनरेगा व दूसरी योजनाओं के माध्यम से काम करने व बकरी पालन, मुर्गी पालन करने का सुझाव भी श्री तोमर ने दिया। उन्होंने मोटा अनाज पीडीएस से वितरित करने के संबंध में राज्य स्तर पर जागरूकता लाने की अपील भी की। श्री तोमर ने विश्वास जताया कि ICAR व कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय सभी के सहयोग से उद्देश्य हासिल करेंगे।
राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी ने कहा कि पोषक-अनाज का सेवन सभी के लिए आवश्यक है,जैसा कि बरसों पहले देश में घर-घर प्रचलित था। सरकार ने कुपोषण की समस्या का समाधान करने का लक्ष्य रखा है, जिस पर पोषक-अनाज की नई किस्में लाने सहित अन्य कार्यक्रमों व योजनाओं के माध्यम से काम चल रहा है। राज्य मंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे भी विशेष रूप से उपस्थित थी। कृषि सचिव श्री संजय अग्रवाल, आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्र, उप महानिदेशक डॉ. आर.सी. अग्रवाल, केंद्रीय कृषिरत महिला संस्थान, भुवनेश्वर के निदेशक डॉ. अनिल कुमार ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में कृषि से जुड़ी महिलाएं तथा अधिकारी-वैज्ञानिक भी मौजूद थे।
जिन राज्यों में व जिलों में यह कार्यक्रम प्रारंभ किया गया, वे हैं- पुरी, खोरधा, कटक व जगतसिंहपुर, (ओडिशा ) समस्तीपुर व मुजफ्फरपुर (बिहार), जोरहट (असम), पश्चिम गारोहिल्स (मेघालय), उदयपुर (राजस्थान), परभणी (महाराष्ट्र), लुधियाना (पंजाब), हिसार, फतेहाबाद व अंबाला (हरियाणा), नैनीताल (उत्तराखंड), मंडी,कांगड़ा व हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश), बैंगलुरू ग्रामीण, धारवाड़ व बेलगाम (कर्नाटक), मदुराई (तमिलनाडु) तथा रंगारेड्डी (तेलंगाना)।