वाराणसी। बनारस में ऑक्सीजन के लिए मचे हाहाकार के बीच ऑक्सीजन रेल उम्मीद जगाई है। वाराणसी में ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रहे शहर को जल्द ही राहत मिलने वाली है। ऑक्सीजन की कमी से किसी मरीज की जान नहीं जाएगी।
केंद्र सरकार और रेलवे की पहल पर बोकारो से चली ऑक्सीजन एक्सप्रेस देर रात मेडिकल ऑक्सीजन लेकर वाराणसी पहुँची। कैंट रेलवे स्टेशन पर पहुंची लिक्विड ऑक्सीजन के तीन टैंकरों में से एक टैंकर को रामनगर ऑक्सीजन प्लांट में सुरक्षा के बीच भेजा गया। वहीं दो टैंकरों को ऑक्सीजन एक्सप्रेस से लखनऊ के लिए रवाना किया गया है।
खबरों के मुताबिक, शुक्रवार की देर शाम बोकारो स्थित स्टील प्लांट से ऑक्सीजन लेकर यह स्पेशल ऑक्सीजन एक्सप्रेस यूपी के लिए रवाना हुई थी और देर रात लगभग 1:50 बजे वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची। यहां भारी सुरक्षा के बीच लिक्विड ऑक्सीजन से भरे 20 हजार लीटर के एक टैंकर को इस एक्सप्रेस से उतारा गया। ऑक्सीजन एक्सप्रेस से उतारे गए टैंकर को रामनगर स्थित ऑक्सीजन प्लांट ले जाया गया है। जहां पर सिलेंडर्स में भरकर ऑक्सीजन की सप्लाई अस्पतालों में की जाएगी।
डीएम की पहल पर गुरुवार को ही पहुँची थी ऑक्सीजन की पहली खेप
वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा की पहल पर बोकारो स्थित ऑक्सीजन प्लांट से एक टैंकर लिक्विड ऑक्सीजन की पहली खेप बृहस्पतिवार देर रात वाराणसी के रामनगर पहुंची। वहीं रात से ही कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू कराई गई।
‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ से बढ़ी उम्मीद
दरअसल कोर्ट ने केन्द्र सरकार को निर्देश दिए कि उद्योगों में ऑक्सीजन सप्लाई फिलहाल रोक दी जाए, अगर अस्पतालों में ऑक्सीजन की जरूरत है। लिहाजा अस्पतालों में ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए रेल मंत्री की पहल पर ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाई जा रही है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने दी जानकारी
उन्होंने ट्वीट कर लिखा ‘PM @NarendraModi जी की सरकार द्वारा देश भर में ऑक्सीजन आपूर्ति का कार्य निरंतर जारी है। बोकारो-लखनऊ के बीच, दूसरी ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ के माध्यम से वाराणसी में भी ऑक्सीजन आवश्यकता की आपूर्ति की गयी। इससे वाराणसी में कोरोना रोगियों के लिये ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।’
बोकारो में होता है बड़े पैमाने पर लिक्विड ऑक्सीजन का उत्पादन
कोरोनाकाल में देशभर की निगाहें झारखंड के बोकारो पर आकर टिक गई हैं। बोकारो स्टील प्लांट में आइनोक्स एयर प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड की मदद से बड़े पैमाने पर लिक्विड ऑक्सीजन का उत्पादन होता है। बोकारो स्टील प्लांट में रोज 150 टन ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता है। अब कोरोना महामारी को देखते हुए प्लांट में ज्यादा से ज्यादा काम और ज्यादा ऑक्सीजन सप्लाई करने की कवायद की जा रही है, ताकि ऑक्सीजन से ज्यादा से ज्यादा लोगों की जिंदगी बचाई जा सके।