गोरखपुर को दी 9600 करोड़ रुपये की सौगात: खाद कारखाना और एम्स का किया लोकार्पण
गोरखपुर। सीएम योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर में प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को 9600 करोड़ रुपये की सौगात देने के बाद कहा कि खाद कारखाना और गोरखपुर एम्स का लोगों को अरसे से इंतजार था। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में फर्टिलाइजर प्लांट और एम्स का शुरू होना अनेक संकेत दे रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि जब डबल इंजन की सरकार होती है तो डबल तेजी के साथ काम भी होता है। जब नेक नीयत के साथ काम होता है तो आपदाएं भी अवरोध नहीं बन पाती हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने समाजवादी पार्टी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लाल टोपी वाले सत्ता के लालची और आतंकियों के समर्थक हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- “लाल टोपी वालों को लालबत्ती से मतलब रहा है। उनको आपके दुख तकलीफ से कोई लेना देना नहीं है। लाल टोपी वालों को सत्ता चाहिए, अवैध कब्जे के लिए अपनी तिजोरी भरने के लिए, आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए सत्ता चाहिए।” उन्होंने कहा कि यूरिया के लिए लाइन लगानी पड़ती थी। पिछली सरकारों में कारखाने बंद पड़े थे। हमने यूरिया के उत्पादन को बढ़ाया।
पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह भागीरथी गंगा को लेकर आए तो वैसे ही इस फर्टिलाइजर तक ईंधन पहुंचाने के लिए ऊर्जा गंगा को लाया गया है। पीएम ऊर्जा गंगा गैस पाइप लाइन के तहत हल्दिया से जगदीशपुर तक पाइप लाइन बिछाई गई है। इस पाइप लाइन की वजह से गोरखपुर पाइप लाइन तो शुरू हुई ही है, अन्य भागों में भी सस्ती गैस मिलनी शुरू हो गई है।
रिमोट बटन दबा कर पीएम मोदी ने खाद कारखाना और एम्स का किया लोकार्पण
पीएम मोदी ने गोरखपुर में रिमोट का बटन दबाकर गोरखपुर खाद कारखाना एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर का लोकार्पण किया।
इससे पहले, गोरखपुर पहुंचे पीएम मोदी का राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस मौके पर सीएम योगी ने कोरोना प्रबंधन को लेकर पीएम मोदी की तारीफ की और कहा कि दुनिया इस बात की सराहना कर रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर में लगातार माना जाता था कि यहां बीमारी है। उन्होंने कहा कि यहां दिमागी बुखार, मलेरिया आदि विषाणुजनित बीमारियों से मौतें होती थीं। तब 2016 में आदरणीय प्रधानमंत्री ने इसी एम्स का शिलान्यास किया था और आज उद्घाटन भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में इंसेफलाइटिस के मरीज आते थे तो उनका सैंपल टेस्ट के लिए पुणे भेजना पड़ता था। तब तक उस मरीज की मौत हो चुकी होती थी। लेकिन, पीएम मोदी की वजह से गोरखपुर रीजनल वायरल सेंटर में कोरोना के साथ इंसेफलाइटिस, कालाजार और मलेरिया समेत कई अन्य बीमारियों की जांच संभव हो पाएगी।
‘खाद्य सुरक्षा गारंटी पेश कर रहा आत्मनिर्भर भारत की तस्वीर’
सीएम योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर देश की खाद्य सुरक्षा की गारंटी देनेवाला आत्मनिर्भर भारत एक तस्वीर पेश कर रहा है। इससे पहले, पीएम मोदी ने 9600 करोड़ रुपये के विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इसमें 30 साल से अधिक समय से बंद रहा गोरखपुर उर्वरक संयंत्र भी शामिल है। लगभग 8600 करोड़ की लागत से इसका निर्माण किया गया है।
एम्स, गोरखपुर की सुविधाओं में 750 बेड का अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, आयुष भवन, सभी कर्मचारियों के रहने के लिए आवास, यूजी और पीजी छात्रों के लिए छात्रावास आदि शामिल है। क्षेत्र में जापानी इंसेफेलाइटिस/एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम की चुनौती से निपटने में केन्द्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ नया भवन संचारी और गैर-संचारी रोगों के क्षेत्रों में अनुसंधान के नए क्षितिज के साथ-साथ क्षमता निर्माण में मदद करेगा और क्षेत्र के अन्य चिकित्सा संस्थानों को मदद करेगा।