कोलकाता । खुशी अपने घर लौटने की। ये ऐसी खुशी है जो कोई शब्दों में बयां नहीं कर सकता। गत 25 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे लोग अपने – अपने घर लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। ऐसे में केंद्र सरकार ने फंसे श्रमिकों को अपने – अपने घर लौटने की छूट देकर इन लोगों को बड़ी राहत दी है।
इसके तहत कोलकाता में रह रहे राजस्थानी मूल के लोग भी अब अपने – अपने गांव के लिए रवाना होने लगे हैं। कोटा से जो बस छात्रों को लेकर कोलकाता आयी थी, वही बस इन राजस्थानी लोगों को लेकर उनके गांव जा रही है। शनिवार को कैनिंग स्ट्रीट से एक बस में 25 लोग दुर्गापुर पहुंचे जहां से सभी राजस्थान के लिए रवाना हो गये।
काम बंद है तो कोलकाता में रहकर क्या करेंगे
राजस्थान के झालोर जिले में 25 लोग जा रहे हैं। सभी लोग बड़ाबाजार की विभिन्न दुकानों में काम करते हैं। जितेंद्र सिंह राजपुरोहित ने बताया कि गत 23 मार्च से यहां सब कुछ बंद है और कब खुलेगा, यह भी नहीं पता। अब काम ही बंद है तो कोलकाता में रहकर क्या करेंगे। जितेंद्र सिंह के साथ चक्रवर्ती सिंह, किशोर सिंह, चेतन सिंह समेत अन्य लोग हैं जो अपने – अपने गांव लौट रहे हैं। किसी के घर में केवल मां-बाप हैं तो किसी की कुछ महीने पहले शादी हुई है। ये लोग कोलकाता में अपने – अपने काम के कारण रह रहे थे। लौट रहे लोगों ने कहा कि अब लॉकडाउन खुलने और स्थिति पटरी पर लौटने के बाद वापस कोलकाता आयेंगे।