नई दिल्ली। वैसे तो अक्सर हम सुनते रहते हैं कि यहां या वहां ट्रेन हादसे में इतने मरे या इतना नुकसान हुआ। लेकिन रेलवे ने यह दावा किया है कि वित्तीय वर्ष 2019-200 में जबरदस्त सुरक्षा मानक स्थापित होने से कोई यात्री नही मरा है।

उसका कहना है कि 1 अपैल, 2019 से लेकर 24 फरवरी, 2020 के बीच किसी भी रेल दुघर्टना में कोई भी रेल यात्री की मौत नहीं हुई। भारतीय रेल ने यह शानदार उपलब्धि रेलवे के 166 साल के इतिहास में पहली बार हासिल किया है।

यह रेलवे कर्मचारियों के अथक परिश्रम और सुरक्षा मानकों में लगातार सुधार का ही नतीजा है कि रेलवे में 10 महीनों में यह कीर्तमान स्थापित किया है। रेलवे के लिए यात्रियों की सुरक्षा हमेशा सवोर्परि रहा है। इसकी मुख्य वजह रेलवे द्वारा उठाए गए अनेक कदमों को जाता है। इसमें से रखरखाव के लिए मेगा ब्लॉक बनाना, आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल, मानव रहित क्रॉसिंग खत्म करना, रेलवे का सिग्नलिंग सिस्टम दुरुस्त करने जैसे कई उपाय शामिल हैं।

रेलवे ने दावा किया है की आईसीएफ कोच की जगह एलबीएच कोच लगाए जा रहे हैं, जिस वजह से भी सुरक्षा मानकों में बढ़ोतरी हुई है।

रेलवे के मुताबिक, यह तमाम सुधार रेलवे संरक्षा कोष की वजह से हुआ है जो वर्ष 2017-18 में बनाया गया, जिसमें एक लाख करोड़ की राशि रखी गई थी, ताकि रेलवे का समुचित विकास और सुरक्षा सुनिश्चित हो।

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