जहानाबाद। भड़काऊ भाषण देने के आरोपी शरजील इमाम के खिलाफ पिछले माह दिल्ली और उसके बाद अलीगढ़ में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस प्रशासन अब हरकत में आ गया है।

जहानाबाद के पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार के मुताबिक, काको थानाक्षेत्र में पड़ने वाले इमाम के घर पर रविवार की रात छापे मारे गए। उन्होंने बताया कि जेएनयू रिसर्चर के खिलाफ दर्ज मामलों की जांच कर रही ‘केंद्रीय एजेंसियों की तरफ से मदद मांगे जाने’ के बाद यह कार्रवाई की गई।

एसपी ने बताया कि इमाम अपने घर पर नहीं मिला लेकिन पूछताछ के लिए उसके 2 रिश्तेदारों और उनके ड्राइवरों को हिरासत में लिया गया और बाद में छोड़ दिया गया। IIT मुंबई से कंप्यूटर साइंस में स्नातक, शरजील इमाम जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर हिस्टोरिकल स्टडीज से शोध करने के लिए दिल्ली आया था। शरजील के कथित भड़काऊ भाषणों के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उसके खिलाफ राजद्रोह के आरोप लगाए गए हैं। इन भाषणों में उसे सी ए ए के मद्देनजर असम को भारत से अलग करने के बारे में बोलते हुए सुना जा सकता है।

गौरतलब है, इससे पहले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय परिसर में दिए गए भाषण को लेकर इसी आरोप में अलीगढ़ के थाने में शरजील के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके अलावा, असम में शरजील के खिलाफ सख्त आतंकवाद विरोधी कानून UAPA के तहत एक मामला दर्ज किया गया है। शरजील के दिवंगत पिता अकबर इमाम स्थानीय जदयू नेता थे, जिन्होंने अपने जीवनकाल में विधानसभा चुनाव भी लड़ा था पर हार गए थे। घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए शरजील की मां अफशान रहीम ने  कहा, ‘मेरा बेटा निर्दोष है। उसने एनआरसी को लेकर परेशानी को देखते हुए चक्का जाम की बात कही होगी जिससे शायद सरकार पर असर पड़े। वह नौजवान है, कोई चोर या पॉकेटमार नहीं। मैं खुदा की कसम खा कर कहती हूं कि मुझे नहीं पता कि वह कहां है। लेकिन मैं गारंटी देती हूं कि मामलों की जानकारी होने पर वह जांच एजेंसियों के सामने पेश होगा और जांच में पूरी तरह सहयोग करेगा।’ उन्होंने कहा कि लंबे समय से वह अपने बेटे से नहीं मिली हैं लेकिन कुछ हफ्ते पहले उनकी फोन पर बातचीत हुई थी। अफसान रहीम ने कहा, ‘वह सी ए ए और देश में एनआरसी लागू होने के भय से परेशान था। उसने कहा था कि इससे मुस्लिम ही नहीं बल्कि सभी गरीब लोग परेशान होंगे।’ उन्होंने कहा कि असल में शाहीन बाग प्रदर्शन के करीब 15 दिन बाद उसने प्रदर्शनकारियों से वहां से हट जाने को कहा था और एक महीने तक स्थिति देखने तथा फिर भविष्य के कदम पर फैसला लेने को कहा था। रहीम ने कहा, ‘लेकिन वे लोग पीछे हटने को तैयार नहीं हुए। वह ‘चक्काजाम’ का आह्वान कर रहा था। वह बच्चा है और लोगों को अलगाव के लिए उकसाने की उसमें सामर्थ्य नहीं है।’

उधर शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन के दौरान चर्चा में आए कार्यकर्ता शरजील इमाम का एक और कथित वीडियो सामने आया है। इस नए वीडियो में भी वह मुसलमानों को देश भर के शहर बंद करने के लिए उकसाते हुए दिख रहा है। शरजील मुसलमानों से सिर्फ दिल्ली ही नही बल्कि देशभर में चक्का जाम करने की हिदायत दे रहा है। बता दें कि इससे पहले भी शरजील का नफरत उगलता हुआ एक वीडियो वायरल हुआ था, और फिलहाल कई राज्यों की पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। उसके ऊपर देशद्रोह समेत तमाम मामले दर्ज हैं।

मुसलमानों से चक्का जाम की अपील!

वायरल हुए वीडियो में शरजील कथित तौर पर कह रहा है कि जो मुसलमान जिस शहर में चक्का जाम कर सकता है करे। शरजील वीडियो में लोगों को उकसाते हुए कह रहा है कि क्या मुसलमानो मे इतनी हिम्मत नही कि उत्तर भारत को बंद किया जा सके। वीडियो में वह कहते हुए दिख रहा है कि शहरों में मुसलमानों की आबादी 30 फीसद है, और शर्म करो 30 फीसद के बाद भी शहर चल रहा है। उसने कहा, ‘हिंदुस्तान का मुसलमान शहरों में रहता है, शहर बंद कीजिए।’

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