कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की विदेश यात्रा सदैव सुर्खियों में रहती है। बीजेपी बिना मौका गंवाए हमला करने से नहीं चूकती है। कांग्रेस पार्टी ने कहा कि वह नानी से मिलने के लिए गए हैं। बीजेपी को क्यों परेशानी हो रही है? पटलवार करते हुए केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि पार्ट टाइम पॉलिटिक्स, फ़ुल टाइम पर्यटन और पाखंड जो नेता करेगा, उसको नानी याद आएगी और जब नानी याद आती है तो वो कहां पहुंच जाते हैं इसका पता सिर्फ उनको ही होता है।
इतन ही नहीं बीजेपी के फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी राहुल गांधी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, ‘प्रियंका गांधी जी अपनी नानी से उतना प्यार नहीं करतीं, जितना राहुल गांधी जी करते हैं।’ इससे पहले उन्होंने कहा था, ‘जितना ये मिलने को भागते हैं, पूरे गांव की नानी कम पड़ जाए। एक बार तो 56 दिनो के लिए भाग गए थे।’
एक तरफ जहां किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर हमलावर हैं तो वहीं केंद्र सरकार के मंत्री और बीजेपी के नेता भी कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधने से नहीं चूकते हैं। राहुल के इटली जाने को लेकर भी इस तरह के तंज शुरू हो गए हैं। कल कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि राहुल गांधी अपनी नानी से मिलने गए हैं। क्या यह ग़लत है? व्यक्तिगत दौरे करने का अधिकार सभी को है। भाजपा निम्न स्तर की राजनीति कर रही है। वे राहुल गांधी पर निशाना साध रहे हैं क्योंकि वे केवल एक नेता को निशाना बनाना चाहते हैं।