चंडीगढ़ ( एजेंसी)। पंजाब भारतीय जनता पार्टी इकाई के प्रमुख अश्विनी शर्मा के वाहन पर होशियारपुर जिले में चोलांग टोल प्लाजा पर कुछ प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा कथित तौर पर हमला किया गया। इस हमले में कार के शीशे टूट गए। पुलिस ने बताया कि इस घटना में अश्विनी शर्मा की कार के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए मगर वह सुरक्षित हैं। यह घटना उस समय हुई जब शर्मा जालंधर से वापस पठानकोट जा रहे थे।
थाना प्रभारी (टांडा) बिक्रम सिंह ने बताया कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा का वाहन जब टांडा के पास स्थित चोलांग टोल प्लाजा पहुंचा तो किसान कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसानों के एक समूह ने नारेबाजी की और कार के शीशे पर घूसे मारे। उन्होंने बताया कि किसानों ने टोल प्लाजा का गत पांच अक्टूबर को घेराव किया था।
अश्विनी शर्मा ने दावा किया कि उनके वाहन को क्षतिग्रस्त करने के लिए बेसबॉल बैट और पत्थर का इस्तेमाल किया गया और उनके सुरक्षाकर्मी उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले गए। शर्मा ने कहा कि हमला करने वाले किसान नहीं थे और आरोप लगाया कि यह एक सुनियोजित हमला था। उन्होंने कहा, ‘यह हमला चल रहे किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए किया गया।’
होशियारपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवजोत सिंह महाल ने कहा कि पंजाब भाजपा प्रमुख बिल्कुल ठीक हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर एक धरना दिया और जालंधर-पठानकोट जीटी रोड पर दासुया पर करीब 45 मिनट के लिए यातायात बाधित किया। अश्विनी शर्मा ने इस संबंध में दासुया पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराई।
इस बीच, भाजपा राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने इस घटना की निंदा की और आरोप लगाया कि यह सत्ताधारी कांग्रेस द्वारा रची गई है। चुघ ने कहा कि अश्विनी शर्मा पर हमला करने वाले कांग्रेस नीत सरकार के गुंडे थे और वे किसान प्रदर्शन को एक गलत दिशा देना चाहते थे। उन्होंने कहा, ‘किसान ऐसे हमले नहीं करते और प्रदर्शन शुरू होने के बाद से ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी।’ उन्होंने कहा कि यह पंजाब पुलिस की ओर से सुरक्षा में चूक थी।
इस बीच, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी हमले की निंदा की और इस बात पर जोर दिया कि इसमें कांग्रेस के किसी कार्यकर्ता की संलिप्तता का कोई सवाल ही नहीं उठता। सिंह ने कहा कि उन्होंने पंजाब के डीजीपी से इस घटना के संबंध में तत्काल कार्रवाई करने को कहा है।