कोरोना के खिलाफ जंग को लेकर नोबल विजेता अर्थशास्त्री ने अमेरिका को कोसा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अस्थाई रूप से इमिग्रेशन सस्पेंड (immigration suspend ) करने के आदेश पर कल रात हस्ताक्षर कर दिए। इसी के साथ देश में अब 60 दिनों तक विदेशी नागरिकों के आने पर रोक लग गयी ।

उन्होंने कहा कि इससे अमेरिकी नागरिकों को नौकरी के मौके पहले मिलेंगे। हम चाहते हैं कि अमेरिकियों को पहले नौकरी और स्वास्थ्य सुविधा मिलें। हम पहले अपने नागरिकों की सुरक्षा चाहते हैं। 60 दिनों के बाद या इसी दौरान हम इसकी सीमा बढ़ा भी सकते हैं। इस बीच अमेरिका में 24 घण्टे में 2341 की जान गई।

उधर बीबीसी के मुताबिक, नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री जोसेफ स्टिग्लेट्ज ( joseph stigletz)ने कहा कि अमेरिका ने महामारी का सामना किसी तीसरी दुनिया के देश की तरह किया। यहां लोगों को मदद पहुंचाने वाली सेवाएं नाकाफी साबित हो रही हैं। अमेरिका के 15% लोग सरकार के फूड वाउचर ( food voucher)से मिलने वाले भोजन पर निर्भर हैं। जोसेफ ने कहा कि करोड़ों लोग बेरोजगारी भत्ता के लिए आवेदन कर रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाओं में असमानता की वजह से लोगों की जान जा रही है। सरकारी मदद बेरोजगारी की भरपाई करने में असमर्थ साबित हो रही। अगले कुछ महीनों में बेरोजगारी दर बढ़कर 30% हो जाएगी।

अमेरिका में 47 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। 26 लाख 37 हजार 673 संक्रमित हैं, जबकि 7 लाख 17 हजार 625 ठीक हो चुके हैं। जबकि स्पेन में 22 हज़ार की जान गई है।

दूसरी लहर पर सीडीसी की सफाई

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प(donald trump ) ने कहा कि सेंटर ऑर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (cdc) के अध्यक्ष डॉ. रॉबर्ट रेडफिल्ड के बयान को गलत ढंग से पेश किया गया। रॉबर्ट(robert ) ने कहा था कि महामारी की दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक होगी। सफाई देते हुए उन्होंने कहा- मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया। मैंने कहा था कि एन्फ्लुएंजा और कोरोना दोनों एक साथ फैले तो मुश्किलें बढ़ जाएंगी।

ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिस्टिक्स के मुताबिक, फाइनेंशियल टाइम्स ने बताया है कि ब्रिटेन में मृतकों की संख्या 41 हजार से ज्यादा हो सकती है। इसमें कहा गया है कि देश में केवल उन्हीं मौतों की गिनती की जा रही है, जो हॉस्पिटल ( hospitals)में हुई है। इससे अलग मरने वालों की गिनती इसमें नहीं की जा रही। इससे पहले एक रिपोर्ट में कहा गया था कि ब्रिटेन में 10 अप्रैल तक 13,121 लोगों की जान गई थी, जबकि सरकार के आंकड़ों में 9,288 बताया गया था। फिलहाल, यहां 18 हजार मौतें हो चुकी हैं।

जर्मनी में मास्क पहनना अनिवार्य

जर्मनी के सभी 16 राज्यों ने अगले हफ्ते से सार्वजनिक जगहों पर मास्क (mask )पहनना अनिवार्य कर दिया है। हालांकि, बर्लिन ( berlin) में शॉपिंग के दौरान मास्क पहनना जरूरी नहीं होगा। साथ ही यहां वैक्सीन का इंसानों पर ट्रायल के लिए मंजूरी दे दी गई है। 18 से 55 साल के बीच के लगभग 200 लोगों पर इसका ट्रायल किया जाएगा। देश में संक्रमण के अब तक एक लाख 50 हजार से ज्यादा मामले हो चुके हैं। वहीं 5,315 की मौत हो चुकी है।

इटली: 24 घंटे में 437 की जान गई देश में मौतों का आंकड़ा 25 हजार के पार हो गया है। यहां 24 घंटे में 437 लोगों की मौत हुई है। इटली में धीरे-धीरे मौतों में कमी हो रही है। एक दिन पहले यहां 534 की जान गई थी।

यह तस्वीर इटली के मिलान शहर की है। देश में अब मौतों की संख्या में कमी हो रही है। हालांकि, मौतों का आंकड़ा 25 हजार के पार हो गया है।

यूक्रेन: संक्रमितों की संख्या 6,592 हुई

यूक्रेन में 467 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 6,592 हो गई। वहीं मृतकों का आंकड़ा 174 तक पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान देश में 467 नए मामले सामने आए। अब तक 424 संक्रमित मरीज ठीक हुए हैं, जिन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री मैक्सीम स्टीपानोव ने सरकार से राष्ट्रव्यापी क्वारैंटाइन को 12 मई तक बढ़ाने का अनुरोध किया है, क्योंकि देश में नए मामलों की रफ्तार कम नहीं हो रही है।

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