ब्राजील के President Bolsanaro राष्‍ट्रपति बोल्‍सानारो ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उनकी तुलना भगवान हनुमान से की और भेजी गई दवा hydroxychloroquine हाइड्रोक्‍सीक्‍लोरोक्‍वीन को संजीवनी बूटी बताया है।

राष्‍ट्रपति Bolsanaro ने प्रधानमंत्री मोदी को हनुमान बताते हुए covid-19 के इलाज के लिए भारत से भेजी गई malaria मलेरिया की दवा ‘हाइड्रोक्‍सीक्‍लोरोक्‍वीन’ को संजीवनी बूटी बताया है। वहीं अमेरिका के राष्‍ट्रपति Donald Trump डोनाल्‍ड ट्रंप ने भी हाइड्रोक्‍सीक्‍लोरोक्‍वीन मिलने के बाद प्रधानमंत्री को ‘महान’ कहा है। अब तक 30 देश भारत सरकार से इन दवाओं की मांग कर चुके हैं।

उल्लेखनीय है कि corona virus के मरीजों पर प्रभावी मानी जा रही मलेरिया रोधक दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को लेकर भारत सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए इस दवा के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को आंशिक तौर पर हटा दिया है। विदेश मंत्रालय के अनुसार मानवीय आधार पर लिये गये इस फैसले के बाद अब यह दवाएं उन देशों को भेजी जा सकेंगी जिन्हें भारत से मदद की आस है।

Prime Minister Modi प्रधानमंत्री मोदी को भेजे अपने पत्र में राष्‍ट्रपति जायर एम बोल्‍सोनारो (Jair M Bolsanaro) ने लिखा है कि भगवान राम के भाई लक्ष्‍मण की जिंदगी बचाने के लिए हिमालय से दवा (संजीवनी बूटी) लेकर आने वाले भगवान हनुमान और बीमारों को स्‍वस्‍थ करने वाले यीशु मसीह की तरह भारत और ब्राजील मिलकर इस वैश्‍विक संकट का सामना करेंगे।

गौरतलब है कि शुरुआत में ब्राजील के राष्‍ट्रपति ने कोरोना वायरस के संक्रमण को सामान्‍य फ्लू बताया था। उन्‍होंने स्‍वयं social distancing सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्‍लंघन कर ब्राजीलिया में बाहर निकल कर अपने समर्थकों से मुलाकात की और अर्थव्यवस्था को गति देने की अपील की। सोशल मीडिया के twitter platform ट्विटर प्‍लेटफॉर्म पर भी उन्‍होंने कई विवादित पोस्‍ट किए जिन्हें बाद में हटा लिया गया था। देश के विभिन्न प्रांतों के governor गवर्नर और शहरों के mayor मेयर ने जब घोषित quarantine क्वारंटाइन पर सवाल खड़ा किया तब राष्‍ट्रपति बोल्सोनारो ने कहा, ‘यदि इसी तरह चलता रहा तो इससे बेरोजगारी बढ़ेगी और आने वाले समय में कई और मुश्‍किलों का सामना करना पड़ेगा। Brazil ब्राजील रुक नहीं सकता। अगर ऐसा हुआ तो हम Venezuela वेनेजुएला बन जाएंगे।’ एक अन्य पोस्‍ट में उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग चाहते हैं कि मैं भी protocol प्रोटोकॉल का पालन करते हुए घर में रहूं, लेकिन यह जीवन है। एक दिन सबको मर जाना है।’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here