विशेष संवाददाता

वाराणसी। वाराणसी की सीमा के जरा सा बाहर चंदौली जिले में पड़ाव के मकाम पर पीएम मोदी ने जब पं. दीनदयाल की विशाल प्रतिमा का लोकार्पण कर जनता से संवाद किया तो दीनदयाल जी के एकात्मवाद के सबसे प्रमुख दर्शन अंत्योदय का जिक्र सबसे पहले किया जिसके तहत विकास की किरण समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने का स्वप्न था। फिर बाद में टीएफसी में जब लोगों को संबोधित किया तो संवाद की उनकी चिरपरिचित स्टाइल निखरी। उन्होंने बाबा विश्वनाथ का स्मरण करते हुए कहा कि काशी एक है और उसके रूप अनेक।

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर मचे सियासी बवाल और शाहीन बाग सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने साफ किया है कि वह इस फैसले पर पूरी तरह कायम रहेंगे। दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दूसरे दौरे पर 1200 करोड़ रुपये की सौगात देने के बाद पीएम ने कहा कि ये फैसले (सीएए, आर्टिकल 370) जरूरी थे, फिर भी तमाम दबावों के बावजूद हमने ये फैसले लिए। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि हम इन फैसलों पर आगे भी कायम रहेंगे।

सीएए के सवाल पर बोले, महाकाल के आशीर्वाद से हम वे फैसले लेने में सक्षम हुए, जो लंबे समय से रुके हुए थे। आर्टिकल 370 हो या सीएए हो, हमने तमाम दबावों के बाद भी ऐसे फैसले लिए। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि महाकाल के आशीर्वाद से लिए गए इन फैसलों पर आगे भी कायम रहेंगे।


राम मंदिर पर भी किया संवाद राम मंदिर का जिक्र करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि राम मंदिर का विषय दशकों से अदालतों में उलझा हुआ था। अब मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो चुका है। सरकार ने ट्रस्ट के निर्माण की घोषणा की है, जो मंदिर निर्माण का कार्य देखेगा। अयोध्या में राम मंदिर से जुड़ा एक और बड़ा फैसला किया गया है। 67 एकड़ अधिग्रहीत की गयी है जमीन ।

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